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भाजपा के वरिष्ठ नेता नित्यानंद राय ने मंत्रिपद की शपथ ग्रहण की है। 58 वर्षीय नित्यानंद राय ऊजियारपुर से सांसद हैं। वे वैशाली जिले के गंगाब्रिज थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। सांसद नित्यानंद राय ने केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में शपथ ली है। नित्यानंद राय इससे पहले केंद्रीय गृह राज्य मंत्री रह चुके हैं। चुनाव में कुल 5,14,978 वोट पाकर उन्होंने आरजेडी के आलोक मेहता को 60,503 वोटों के अंतर से हराया है। 2019 के लोकसभा चुनाव में उनके नेतृत्व में एनडीए ने बिहार की 40 में से 39 सीटें जीतीं थी। इस जीत के बाद उन्हें गृह राज्य मंत्री बनाया गया था।
नित्यानंद राय का जन्म 1 जनवरी 1966 को हाजीपुर के पास कर्णपुरा गांव में एक किसान परिवार में हुआ था। उनकी मां गृहिणी थीं और उनके पिता गंगा विष्णु राय 20 साल तक कर्णपुरा के ग्राम पंचायत के मुखिया रहे। उन्होंने आर.एन. डिग्री कॉलेज से स्नातक किया। छात्र जीवन से ही राजनीति में गहरी रुचि रखने वाले नित्यानंद राय 1982 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के सदस्य बन गए। स्कूल के दिनों से ही राजनीति में सक्रिय नित्यानंद राय ने ABVP के जिला प्रमुख और विभाग प्रमुख जैसे पदों पर काम किया।
वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) शाखा से भी जुड़े रहे, जहां उन्होंने तहसील कार्यवाहक के रूप में काम किया। नित्यानंद राय 1990 में भाजपा में शामिल हुए। उन्होंने पंचायत स्तर पर काम करना शुरू किया और राज्य मंत्री और राज्य महासचिव जैसे पदों पर रहे। 1998 में वे भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के अध्यक्ष बने। उन्होंने 2000 में हाजीपुर से बिहार विधानसभा चुनाव जीता और तीन बार सफलतापूर्वक सीट बरकरार रखी।
बिहार भाजपा में अपने कार्यकाल के दौरान नित्यानंद राय ने राज्य मंत्री और विदेश महासचिव समेत कई पदों पर काम किया। 2016 में उन्हें बिहार भाजपा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। 2019 के लोकसभा चुनाव में उनके नेतृत्व में एनडीए ने बिहार की 40 में से 39 सीटें जीतीं थी। इस जीत के बाद उन्हें गृह राज्य मंत्री बनाया गया था। नित्यानंद राय 2014 में पहली बार उजियारपुर संसदीय क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर जीतकर संसद पहुंचे थे। नित्यानंद राय को संगठन के कार्य में बेहद कुशल माना जाता है। इसी कुशलता के कारण वे अमित शाह के बेहद करीबी माने जाते हैं।