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कोई सनातन धर्म को नहीं पहुंचा सकता नुकसान, साध्वी प्रज्ञा ने कहा- राम मंदिर बनना गर्व की बात

भारत के प्रमुख हिंदी समाचार पोर्टल प्रभासाक्षी.कॉम अपने 22 वर्ष पूरे कर रहा है। इस अवसर पर नई दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में ‘विचार संगम’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत ‘राम मंदिर कैसे बनेगा राष्ट्र मंदिर’ विषय से हुआ। इस परिचर्चा में प्रख्यात धर्मगुरु साध्वी प्रज्ञा भारती जी शामिल हुए। भारत एक पंथ निरपेक्ष देश है ऐसे में राम मंदिर को राष्ट्र मंदिर बनाने का संकल्प भारत की छवि को क्या प्रभावित करेगा? इस सवाल के जवाब में साध्वी प्रज्ञा भारती ने कहा कि हम सब बहुत ही भाग्यशाली हैं जब रामलाल 500 वर्षों के बाद अपने जगह पर विराजमान होंगे। यह पूरे देश के लिए गर्व की बात है।

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उन्होंने कहा कि भारत हिंदू बहुसंख्यक देश है और अगर हम इस देश में बहुत संख्यक है तो हमारा यह अधिकार बनता है कि हम भगवान श्री राम की पूजा कर सके। उन्होंने कहा कि हम कोर्ट के रास्ते राम मंदिर बनाने में सफल हुए हैं। हमने अपने संघर्ष के दौरान संविधान को आगे रख कोर्ट को आगे रखा और संविधान के तहत ही हम राम मंदिर बनाने की ओर आगे बढ़ रहे हैं।

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ज्ञानवापी मामले पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक गलती हुई है। पहले वहां मंदिर था औरंगजेब के आदेश के बाद उसे ध्वस्त किया गया और मस्जिद बनाया गया इसका प्रमाण कोलकाता लाइब्रेरी में आज भी है। उन्होंने मुगलों का निशाना साधते हुए कहा कि आप बाहर से आते हैं और हमारे ही देश की संस्कृति को नष्ट करते हैं और मंदिरों पर अपना आक्रमण जमाते हैं। काशी विश्व की सबसे पुरानी सभ्यता है वहां खुद भगवान महादेव आए थे इससे ज्यादा प्रमाण क्या चाहिए कि वहां मंदिर ही था। बता दें कि 22 जनवरी को रामलला गर्भगृह में विराजमान होंगे। पीएम मोदी ऐतिहासिक पल के साक्षी बनेंगे। उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के न्योते को स्वीकार किया है। न्योता मिलने को पीएम मोदी ने सौभाग्य की बात बताया है। 22 जनवरी को दोपहर साढ़े बारह बजे रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पीएम मोदी बतौर यजमान शामिल होंगे।

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