दिल्ली में अगला मुख्यमंत्री कौन होगा इस पर सस्पेंस बढ़ता जा रहा है। बताया जा रहा है कि बीजेपी दिल्ली में किसी पूर्वांचली को सीएम बनने का मौका दे सकती है। ये जानकारी भी सामने आ रही है कि किसी सिख को डिप्टी सीएम का पद दिया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक मनजिंदर सिंह सिरसा या अरविंदर सिंह लवली का नाम आगे चल रहा है। आज शाम सात बजे बीजेपी विधायक दल की बैठक है। पंडित पंथ मार्ग पर बीजेपी विधायकों की बैठक होगी। इसी बैठक में नए मुख्यमंत्री का ऐलान हो जाएगा और 20 फरवरी को शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक शपथग्रहण समारोह रामलीला मैदान में आयोजित किया जाएगा। वैसे बीजेपी के अगले मुख्यमंत्री के लिए कई अनुभवी बीजेपी नेताओं का नाम चर्चा में है। मगर बीजेपी का इतिहास कम चर्चित नेताओं को आगे बढ़ाने का रहा है। मध्य प्रदेश में मोहन यादव, राजस्थान में भजनलाल शर्मा और ओडिशा में मोहन मांझी इसके सबसे बड़े उदाहरण हैं। अटकलें लगाई जा रही हैं कि बीजेपी दिल्ली में किसी पूर्वांचली को मुख्यमंत्री बना सकती है। दिल्ली में पूर्वांचली वोटरों की अच्छी तादाद है और जिन्होंने इस चुनाव में पार्टी को खुलकर वोट भी किया है। बीजेपी ने इस बार झुग्गी और कच्ची कॉलोनियों में बेहतर प्रदर्शन किया जहां पूर्वांचलों की तादाद ज्यादा है।
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बीजेपी नेतृत्व महिला मुख्यमंत्री बनाने के विकल्प पर भी विचार कर रहा है, क्योंकि वर्तमान में पार्टी के किसी भी राज्य में महिला मुख्यमंत्री नहीं है। दिवंगत सुषमा स्वराज की बेटी और जानी-मानी वकील बांसुरी स्वराज का नाम सबसे अहम हो जाता है। इच बीच सीएम का नाम अनाउंस न होने पर आम आदमी पार्टी ने बीजेपी को घेर लिया। इस पर बीजेपी ने भी पलटवार किया है। आप नेता गोपाल राय ने कहा कि 10 दिन बीतने के बाद भी भारतीय जनता पार्टी आज अपना मुख्यमंत्री नहीं तय कर पा रही है। भारतीय जनता पार्टी स्थिर मुख्यमंत्री और स्थिर सरकार देने की स्थिति में नहीं दिख रही है। इस पर पलटवार करते हुए हरीश खुराना ने कहा कि आम आदमी पार्टी ये तो बता दे कि विपक्ष का नेता कौन होने वाला है? आतिशी खुद होंगी क्या ये तय है। अरविंद केजरीवाल से कहवा दीजिए की आतिशी होंगी विपक्ष की नेता। इसलिए आप इधर उधर कि चिंता छोड़ दें और अपनी चिंता करो।
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सीएम के साथ छह मंत्री भी शपथ ले सकते हैं। पार्टी के सूत्रों के अनुसार अभी स्पष्ट नहीं है कि किसे मंत्री पद मिलेगा। लेकिन अनुसूचित जाति, बनिया, पूर्वांचली, पंजाबी और सिख समुदायों और जाति समूह को प्रतिनिधित्व मिलने की संभावना है। सरकार में महिलाओं को भी शामिल किया जा सकता है। बताया जा रहा है कि शपथग्रहण में पीएम मोदी समेत बीजेपी के तमाम बड़े नेता शामिल होंगे। इसके अलावा बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और एनडीए शासित राज्यों के सीएम को भी न्यौता दिया जा रहा है। ताकी शक्ति प्रदर्शन किया जा सके। फिल्मी सितारे और उद्दोगपतियों की भी मौजूदगी रहेगी। शपथ ग्रहण में 3 हजार गेस्ट को न्यौता दिया गया है और इसलिए तैयारियां भी जोरों पर है।