सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ऑयल इंडिया लिमेटिड (ओआईएल) का कर दायित्व के लिए एकबारगी प्रावधान की वजह से चालू वित्त वर्ष की सितंबर में समाप्त दूसरी तिमाही में शुद्ध लाभ 81 प्रतिशत घट गया।
शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि जुलाई-सितंबर तिमाही में उसका एकल शुद्ध लाभ 325.31 करोड़ रुपये रहा। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 1,720.53 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।
देश की दूसरी सबसे बड़ी सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं गैस खोज व उत्पादक कंपनी ने माल एवं सेवा कर (जीएसटी) देनदारी के लिए 2,655.57 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।
मार्च 2016 से जून 2017 की अवधि के लिए कंपनी से सेवा कर की मांग की गई है।
कंपनी से राज्य सरकारों को कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस पर भुगतान की गई रॉयल्टी पर कर की मांग की गई थी।
तिमाही में कंपनी की कर पूर्व आय (एबिटा) एक साल पहले के 2,743.03 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,197.74 करोड़ रुपये हो गई। तिमाही में कंपनी का कारोबार बढ़कर 5,913.31 करोड़ रुपये हो गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष करी समान तिमाही में 5,772.88 करोड़ रुपये था।।
कंपनी को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में प्रत्येक बैरल कच्चे तेल उत्पादन पर 86.86 डॉलर की प्राप्ति हुई, जबकि एक साल पहले समान तिमाही में कंपनी की प्राप्ति 100.59 डॉलर रही थी। अप्रत्याशित लाभ कर का भुगतान करने के बाद कच्चे तेल से कंपनी की शुद्ध प्राप्ति 75.49 डॉलर प्रति बैरल रही।
तिमाही के दौरान कंपनी का कच्चे तेल का उत्पादन 5.6 प्रतिशत बढ़कर 8.35 लाख टन हो गया। वहीं गैस उत्पादन घटकर 81 करोड़ घनमीटर रह गया, जो एक साल पहले समान तिमाही में 82.3 करोड़ घनमीटर था।