पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने गुजरात की एक अदालत द्वारा मानहानि के एक मामले में राहुल गांधी की याचिका खारिज किए जाने के बाद गुरुवार को भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि यह भारतीय लोकतंत्र के लिए एक “काला दिन” है। अपने बयान में उन्होंने कहा कि इस मुल्क के लिए आज काला दिन है क्योंकि विपक्षी नेता के साथ इस किस्म का व्यवहार किया जाए तो मुझे लगता है कि कही न कही बीजेपी इस मुल्क को बनाना रिपब्लिक बनाना चाहती है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि वो यहां की संविधान को खत्म करके अपने एजेंडे पर चलाना चाहती है वो बीजेपी राज चलाना चाहती है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मानहानि मामले में जो फैसला आया है वो विपक्ष को एक संदेश है।
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इसको लेकर उन्होंने ट्वीट भी किया है। महबूबी मफ्ती ने कहा कि भाजपा विपक्ष के सबसे प्रमुख चेहरे को परेशान कर रही है और किसी भी और सभी प्रकार की आलोचनाओं का अपराधीकरण करने से भाजपा राष्ट्र की स्थापना के उनके असली डिजाइन का पता चलता है। उन्होंने कहा कि भारत को बनाना रिपब्लिक में बदलने के लिए लोकतंत्र को नष्ट किया जा रहा है। एक पार्टी के वर्चस्व के पक्ष में कानूनों और एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी आखिरी उम्मीद न्यायपालिका से है। दुख की बात है कि हम देख रहे हैं कि किस तरह से न्याय में देरी हो रही है और कैसे चुनिंदा तरीके से सजा दी जा रही है।
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पूर्व सीएम ने कहा कि अदालतें अनुच्छेद 370, बिलकिस बानो और सीएए पर अपने पैर खींचती हैं लेकिन कथित ‘मानहानि’ के मामलों को फास्ट ट्रैक करती हैं। जम्मू-कश्मीर बीजेपी के भयावह एकतरफा फैसलों का खामियाजा सबसे पहले भुगतने वाला था। आज, वह आग पूरे भारत में भड़क रही है और आग की लपटों में घिरने का खतरा है। आशा है कि इस देश के लोग स्थिति की गंभीरता को समझेंगे और महसूस करेंगे कि इसे रोकने की शक्ति उनके पास है। गुजरात में सूरत की एक सत्र अदालत ने ‘मोदी उपनाम’ वाले बयान को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को दोषी ठहराये जाने के फैसले पर रोक लगाने की उनकी याचिका बृहस्पतिवार को खारिज कर दी।