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नयी दिल्ली। सेना के अत्याधुनिक अस्पताल (अनुसंधान एवं रेफरल) ने कैंसर विज्ञान, नेत्र विज्ञान और हड्डी रोग विज्ञान के लिए तीन नए चिकित्सा केंद्रों के साथ अपने बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण विस्तार की शुरुआत की है। सेना के इस अस्पताल के विशाल परिसर में एक से दो वर्ष के भीतर यह केंद्र शुरू होने की संभावना है। सेना अस्पताल (आर एंड आर) के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल अजित नीलकंठन ने शनिवार को अस्पताल परिसर में मीडियाकर्मियों के एक समूह के साथ बातचीत के दौरान यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि 1200 बिस्तरों की सुविधा वाला यह अस्पताल एक चतुर्थक सुविधा है तथा इसमें मुख्य रूप से तृतीयक या समान स्तर के अस्पतालों से रेफर किये गये मरीजों को उपचार प्रदान किया जाता है। दिल्ली में 256 एकड़ में फैले अपने परिसर के साथ, यह सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवा (एएफएमएस) का शीर्ष चिकित्सा संस्थान है। सेना अस्पताल (आर एंड आर) के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल अजित नीलकंठन ने कहा, ‘‘कोई भी अस्पताल अद्यतन नहीं हो सकता और प्रासंगिक नहीं रह सकता, जब तक कि वह अपना विस्तार न करे और प्रौद्योगिकी एवं सुविधाओं में नवीनतम प्रगति के साथ संपर्क में न रहे।
इसीलिए हमने हाल ही में सभी नवीनतम सुविधाओं के साथ एक पूर्ण ऑन्कोलॉजी (कैंसर) केंद्र का निर्माण शुरू किया है, एक नेत्र विज्ञान केंद्र का निर्माण किया जा रहा है और एक आर्थोपेडिक (हड्डी रोग विभाग) एवं ज्वाइंट प्रतिस्थापन केंद्र का भी निर्माण किया जा रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि आने वाले एक-दो साल में ये बनकर तैयार हो जाएंगे।