ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को कहा कि उन्होंने ‘एक देश, एक चुनाव’ का लगातार विरोध किया, क्योंकि इससे संघवाद समाप्त हो जाएगा और लोकतंत्र से समझौता होगा।
केंद्रीय मंत्रिमंडल के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली समिति की ओर से ‘एक देश, एक चुनाव’ के संबंध में की गई सिफारिश को मंजूर किए जाने के कुछ ही मिनट बाद हैदराबाद से लोकसभा सदस्य ओवैसी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी पोस्ट में कहा कि समय-समय पर चुनाव कराने से लोकतांत्रिक जवाबदेही में सुधार आता है।
ओवैसी ने कहा, ‘‘मैंने ‘एक देश, एक चुनाव’ का लगातार विरोध किया है, क्योंकि यह समाधान नहीं, बल्कि एक समस्या है। यह संघवाद को नष्ट कर देगा और लोकतंत्र से समझौता करेगा, जो हमारे संविधान के मूलभूत ढांचे का हिस्सा है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि कई चुनाव किसी के लिए समस्या नहीं हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मंत्रिमंडल में उनके सहयोगी अमित शाह के लिए हैं, क्योंकि उनके सामने यहां तक कि नगर निगम और स्थानीय निकाय चुनाव में भी प्रचार करने की मजबूरी है।