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चांडी के परिवार का ही कोई सदस्य पुथुपल्ली में कांग्रेस का उम्मीदवार होगा : सुधाकरन

कांग्रेस के कद्दावर नेता ओमन चांडी के निधन के बाद पुथुपल्ली विधानसभा क्षेत्र से पार्टी के उम्मीदवार को लेकर लगाई जा रहीं अटकलों के बीच केरल प्रदेश कांग्रेस समिति (केपीसीसी) के अध्यक्ष के. सुधाकरन ने रविवार को कहा कि वरिष्ठ नेता के परिवार का ही कोई सदस्य इस सीट से उम्मीदवार होगा।
चांडी ने 53 वर्षों तक इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया।
बाद में एक बयान में सुधाकरन ने कहा कि उनका मतलब यह नहीं था कि केवल चांडी के परिवार का कोई सदस्य पुथुपल्ली विधानसभा क्षेत्र के लिए पार्टी का उम्मीदवार बनेगा।
कन्नूर से सांसद सुधाकरन ने कहा कि उनका मतलब केवल यह था कि निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस का उम्मीदवार कौन होना चाहिए, इस पर चर्चा के दौरान चांडी के परिवार के सदस्यों के नाम पर भी विचार किया जाएगा और उनसे परामर्श किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी द्वारा उस विषय पर अभी तक कोई चर्चा नहीं की गई है।’’
इससे पहले, सुधाकरन ने कोच्चि में संवाददाताओं से कहा था कि अनौपचारिक चर्चा शुरू हो गयी है कि किसे उम्मीदवार बनाया जाए और औपचारिक रूप से यह चर्चा कुछ दिन बाद शुरू होगी।

उन्होंने कहा कि हालांकि, इस बात में कोई शक नहीं है कि उम्मीदवार चांडी के परिवार का ही कोई सदस्य होगा। उन्होंने यह भी कहा कि उम्मीदवार कौन होगा, इसका फैसला परिवार को लेना है ना कि पार्टी को।
तमाम अटकलों के बीच चांडी की बेटी आचु ओमन ने साफ कर दिया कि उन्हें सक्रिय राजनीति में आने में कोई दिलचस्पी नहीं है। आचु ने कोट्टयम में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं अपने पिता के साये में पली बढ़ी हूं। मैं ओमन चांडी की बेटी बनकर जीना चाहती हूं। सक्रिय राजनीति में आने में मेरी कोई रुचि नहीं है। पिता के बाद, परिवार से राजनीति में केवल चांडी ओमन हैं।’’
उन्होंने यह भी कहा कि विधानसभा क्षेत्र में उनके पिता की जगह किसे लेना चाहिए यह समय पूर्व चर्चा है और फिलहाल इसे टाला जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कभी नहीं सोचा था कि पिताजी की मृत्यु के बाद यह विषय इतनी तेजी से उठेगा। इस तरह की बातचीत के लिए यह बहुत जल्दी होगी। ईमानदारी से कहूं तो यह एक ऐसा विषय है जिसे फिलहाल टाला जाना चाहिए था।’’
आचु ने कहा कि चांडी का उत्तराधिकारी कौन होगा, इस संबंध में विभिन्न बयानों और सोशल मीडिया पोस्ट के कारण ही वह अब इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दे रही हैं।

उन्होंने कहा इस पर कांग्रेस पार्टी को फैसला करना है।
पूरी चर्चा और अटकलें कांग्रेस नेता चेरियन फिलिप के सोशल मीडिया पर एक पोस्ट से शुरू हुई जिन्होंने मुख्य रूप से चांडी के बेटे चांडी ओमन को कांग्रेस के दिवंगत नेता के रिक्त पद का ‘‘उत्तराधिकारी’’ बनाने के लिए जोर दिया।
फिलिप ने फेसबुक पर लिखे पोस्ट में कहा कि चांडी ओमन अपने पिता का स्थान लेने के लिए हर तरीके से योग्य हैं क्योंकि वह कांग्रेस की संस्कृति और अपने पिता के काम करने के तरीके को समझते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि चांडी के तीनों बच्चे राजनीतिक रूप से जागरूक हैं और पार्टी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में सक्षम हैं और उनकी दो बेटियां आचु और मारिया -अगर वे राजनीति में आना चाहती हैं तो उनका पार्टी में स्वागत किया जाएगा।
फिलिप ने यह भी कहा कि चांडी इस पक्ष में नहीं थे कि उनके बच्चे सक्रिय राजनीति का हिस्सा बनें और उनका मानना था कि परिवार का एक सदस्य ही काफी है।

सुधाकरन ने यह भी कहा कि अगर केरल में सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) चांडी का सम्मान करता है तो उन्हें पुथुपल्ली निर्वाचन सीट पर चुनाव नहीं लड़ना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘हमें (कांग्रेस) ऐसा कोई आग्रह करने की जरूरत नहीं है। अगर वे ओमन चांडी का सम्मान करते हैं तो उन्हें (एलडीएफ) खुद यह करना चाहिए।’’
एलडीएफ समन्वयक ई पी जयराजन ने केपीसीसी प्रमुख के इस अनुरोध को ठुकरा दिया और कहा कि कांग्रेस ने भी पहले कभी ऐसा कोई कदम नहीं उठाया। जयराजन ने यह भी कहा कि चुनाव व्यक्तियों के बारे में नहीं है, यह एक राजनीतिक प्रकिया है और इसलिए वह केपीसीसी प्रमुख की मांग खारिज कर रहे हैं।
इससे पहले, कांग्रेस नेता और सांसद के. मुरलीधरन ने कोझिकोड में कहा कि पुथुपल्ली सीट के लिए उपचुनाव की घोषणा होने के बाद पार्टी के उम्मीदवार पर तुरंत निर्णय लिया जाएगा और इस संबंध में कोई वाद-विवाद नहीं होगा।
यह पूछे जाने पर कि क्या उम्मीदवार चांडी परिवार का कोई सदस्य होगा, इस पर मुरलीधरन ने कहा कि पार्टी फैसला करते वक्त सभी पहलुओं पर गौर करेगी।

इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के राष्ट्रीय महासचिव पी के कुन्हलीकुट्टी ने भी कहा कि उपचुनाव के लिए उम्मीदवार तय करने में कोई समस्या नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘पुथुपल्ली तथा केरल को ओमन चांडी द्वारा तय मानकों को ही जारी रखने का अधिकार है। कांग्रेस पार्टी यह तय करेगी कि किसे निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करना चाहिए और इसमें कोई समस्या नहीं होगी। पार्टी द्वारा उम्मीदवार के चयन को लेकर कोई विवाद नहीं होगा।’’
केरल के दो बार मुख्यमंत्री रहे ओमन चांडी ने गत मंगलवार को बेंगलुरु के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह 79 वर्ष के थे।

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