पश्चिम बंगाल के देगंगा में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की बैठक में ममता बनर्जी ने कहा कि भारत अब एक ऐसा लोकतंत्र है जो केंद्रीय एजेंसियों द्वारा संचालित हो रहा है। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि विपक्षी गुट ‘इंडिया’ देशभर में भाजपा से मुकाबला करेगा। पश्चिम बंगाल में लड़ाई का नेतृत्व तृणमूल करेगी। ममता ने कहा कि मैंने राज्य के मंत्रियों को गांवों का दौरा करने और स्थानीय लोगों से बातचीत करने का निर्देश दिया है। केंद्र सरकार ने हमारा फंड रोक दिया है लेकिन हम राज्य के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं।
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ममता बनर्जी ने चुनावी विचारों से परे सभी धर्मों के सम्मान के महत्व पर जोर दिया। उत्तर 24 परगना जिले के चकला में बाबा लोकनाथ मंदिर की अपनी यात्रा के दौरान, बनर्जी ने चुनाव के दौरान धर्मों का राजनीतिकरण बंद करने का आग्रह किया। बनर्जी के अनुसार, दुनिया भर के धर्म हिंसा की वकालत नहीं करते बल्कि करुणा, प्रेम और भाईचारे को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने कहा, “हमें सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए। दुनिया का कोई भी धर्म हमें हिंसा का प्रचार करना नहीं सिखाता। सभी धर्म हमें अधिक दयालु होना और प्रेम और भाईचारा फैलाना सिखाते हैं। हम केवल चुनाव आने पर या राजनीतिकरण करने पर धर्मों का सम्मान करने में विश्वास नहीं करते हैं।”
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तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के जनवरी में अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन में शामिल होने की संभावना नहीं है। टीएमसी सूत्रों के मुताबिक, 22 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम में न तो बनर्जी और न ही पश्चिम बंगाल सरकार या पार्टी का कोई प्रतिनिधि मौजूद रहेगा। टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘ममता बनर्जी या टीएमसी के किसी अन्य प्रतिनिधि के अगले महीने अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन में शामिल होने का कोई सवाल ही नहीं है। हम राजनीति को धर्म के साथ मिलाने में विश्वास नहीं करते हैं।’’