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विपक्षी दल अपनी वंशवादी राजनीति को बचाने के लिए गठबंधन बनाने की प्रक्रिया में हैं : नड्डा

भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने रविवार को आरोप लगाया कि विपक्षी दल अपनी वंशवादी राजनीति को बचाने के लिए गठबंधन बनाने की प्रक्रिया में हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की यूपीए (संप्रग) सरकार का मतलब ‘उत्पीड़न, पक्षपात और अत्याचार’ है और पार्टी को राजस्थान में एक मिनट भी सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है।
नड्डा ने कहा कि विपक्षी दलों का प्रस्तावित गठबंधन ‘देशभक्त लोकतांत्रिक गठबंधन’ (पैट्रियोटिक डेमोक्रेटिक एलायंस) नहीं बल्कि ‘वंश संरक्षण गठबंधन’ (प्रोटेक्शन ऑफ डायनेस्टी एलायंस) है।
नड्डा ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार भ्रष्टाचार के नये कीर्तिमान स्थापित कर रही है और उसे एक मिनट भी सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है।
कांग्रेस सरकार के खिलाफ भाजपा के ‘नहीं सहेगा राजस्थान’ अभियान की शुरुआत करने के बाद एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) पर निशाना साधा और कहा, ‘‘कांग्रेस का यूपीए का मतलब ‘उत्पीड़न, पक्षपात और अत्याचार’ है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र के साथ काम कर रही है।’’
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि आजकल विपक्षी दल एक नई बात कहने लगे हैं, पीडीए यानी पैट्रियोटिक डेमोक्रेटिक एलायंस।
उन्होंने कहा, ‘‘…मैं पीडीए को वंशवाद संरक्षण गठबंधन कहता हूं…यह वंशवादी राजनीति को बचाने का एक तरीका है।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘ये सभी लोग अपने परिवार को बचाने के लिए गठबंधन में शामिल होते हैं जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश को आगे ले जाने के लिए काम करते हैं। हमें इस अंतर को समझना चाहिए।’’
पिछले महीने पटना में एक दर्जन से अधिक प्रमुख विपक्षी दलों की बैठक में 2024 के विधानसभा चुनावों में एकजुट होकर भाजपा का मुकाबला करने का संकल्प लेने के बाद कुछ रिपोर्ट में दावा किया गया कि उनके प्रस्तावित गठबंधन को ‘पैट्रियोटिक डेमोक्रेटिक एलायंस’ (पीडीए) कहा जा सकता है।

नड्डा ने जदयू और समाजवादी पार्टी जैसे दलों का नाम लिया और कहा कि ये वंशवाद की पार्टियां हैं और एक-दूसरे को कुछ नहीं दे सकतीं।
उन्होंने कांग्रेस को ‘‘मां-बेटे-बेटी’’ की पार्टी करार दिया और कहा कि उन्हें छोड़कर, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित पार्टी के अन्य सभी नेता ‘‘कांन्ट्रेक्ट’’(अनुबंध) पर हैं जबकि पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ‘‘सब कांट्रेक्ट’’ (उप-अनुबंध) पर हैं।
जयपुर में आयोजित कार्यक्रम में नड्डा ने राजस्थान में कांग्रेस को सत्ता से बाहर करने के लिए पार्टी के चुनाव अभियान ‘नहीं सहेगा राजस्थान’ की शुरुआत की। यह अभियान पूरे प्रदेश में चलाया जायेगा।
राज्य में साल के अंत तक विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं।
नड्डा ने अभियान और एक ‘थीम वीडियो’ जारी किया, जिसमें महिलाओं के खिलाफ अपराध, उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या, सांप्रदायिक दंगे और अन्य मुद्दों पर प्रकाश डाला गया है।
उन्होंने कांग्रेस के नेतृत्व वाली राज्य सरकार का ‘‘फेल कार्ड’’ भी जारी किया।

उन्होंने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह लोगों को लूटती है और उन पर अत्याचार करती है और इस सरकार ने दलितों, आदिवासियों, महिलाओं, बच्चों और गरीबों पर अत्याचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं।
भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि राज्य की कांग्रेस सरकार ने वोट बैंक की राजनीति के लिए पाकिस्तान से आये शरणार्थियों के घरों को बुलडोजर से तोड़ने का काम किया है।
कार्यक्रम में उन्होंने पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए अर्धसैनिक बल के जवानों की वीरांगनाओं – मंजू जाट और मधुबाला से भी मुलाकात की। दोनों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर इस साल मार्च में कांग्रेस सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था।
नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने हाल ही में करौली में एक युवती के साथ बलात्कार और हत्या, पिछले साल उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की हत्या और बीकानेर के खाजूवाला में एक दलित युवती के साथ बलात्कार और हत्या और अन्य घटनाओं को लेकर अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा।
उन्होंने ‘नहीं सहेगा राजस्थान’ अभियान का जिक्र करते हुए कहा कि राजस्थान अब ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगा।
कार्यक्रम को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सी.पी.जोशी, उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने भी संबोधित किया।

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