तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) की उस ‘‘फर्जी आम परिषद’’ को सोमवार को ‘‘भंग’’ कर दिया, जिसने उन्हें और उनके समर्थकों को पिछले साल जुलाई में पार्टी से निष्कासित कर दिया था।
राजनीतिक गलियारे में ओपीएस के नाम से जाने जाने वाले पनीरसेल्वम ने अन्नाद्रमुक में पदानुक्रम को बदलने की खातिर पार्टी के उपनियमों में संशोधन करने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी के नेतृत्व वाले इस समूह की कड़ी आलोचना की।
उन्होंने कहा कि पार्टी के महासचिव का चयन प्राथमिक सदस्यों द्वारा किए जाने संबंधी पार्टी संस्थापक एम जी रामचंद्रन द्वारा निर्धारित नियमों के विपरीत इस समूह ने विधिवत चुने गए समन्वयक और उनके समर्थकों को पार्टी से निकाल दिया।
पनीरसेल्वम ने 24 अप्रैल को तिरुचिरापल्ली में हुई अपनी पार्टी की बैठक में की गई सिफारिश को स्वीकार करते हुए कहा कि ‘‘फर्जी आम परिषद’’ को आज से भंग किया जाता है।
उन्होंने यहां एक बयान में कहा कि वास्तविक सदस्यों को पहचान पत्र जारी करने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद नई परिषद का गठन किया जाएगा। उन्होंने अपनी पार्टी के सदस्यों से भंग आम परिषद के सदस्यों से कोई संपर्क नहीं करने की अपील की।