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वीआरएस के जरिये पांडियन राजनीति में आसान रास्ते से आए : भाजपा सांसद सारंगी

भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के पूर्व अधिकारी वी. के. पांडियन ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) में भले ही अभी औपचारिक रूप से शामिल नहीं हुए हैं लेकिन विपक्षी दल भाजपा की सांसद अपराजिता सारंगी ने शुक्रवार को कहा कि पूर्व नौकरशाह ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) लेकर और ‘5 टी’ तथा नवीन ओडिशा योजना के अध्यक्ष पद को संभालकर राजनीति में ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ (परोक्ष रूप से प्रवेश) कर ली है।
पांडियन 20 अक्टूबर को अपनी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की घोषणा करने से पहले मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के निजी सचिव थे।
सारंगी ने दिल्ली से आने पर कहा, ‘‘यह कुछ और नहीं, बल्कि पांडियन का राजनीति में आने का आसान रास्ता है। अपनी सेवानिवृत्ति के बाद, पांडियन ने खुद को 5टी (परिवर्तनकारी पहल) और नवीन ओडिशा योजना का अध्यक्ष नियुक्त किया।

उन्होंने दोनों को, राज्य सरकार और सत्तारूढ़ बीजद को हाईजैक कर लिया और अपने लिए कैबिनेट मंत्री का दर्जा सुनिश्चित किया।’’
नौकरशाह से राजनीतिज्ञ बनी सारंगी ने कहा, ‘‘मैं मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का सम्मान करती हूं लेकिन यह हैरान करने वाला है कि उन्होंने ओडिशा के शासन को 23 साल के अपने शासनकाल में मजाक बना कर रख दिया। पांडियन को वीआरएस क्यों दिया गया? हर कोई जानता है कि सेवा शर्तों का उल्लंघन किया गया और राज्य के लोगों ने भी कार्यशैली पर असंतोष प्रकट किया है तथा स्थिति ऐसी बन गई कि उन्हें वीआरएस लेना पड़ा।’’
भुवनेश्वर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद ने आरोप लगाया कि पटनायक का शासन पर नियंत्रण नहीं है। उन्होंने कहा कि वह (मुख्यमंत्री) और पांडियन जानते हैं कि सरकारी सेवा में रहने के दौरान राजनीति में सक्रिय रहने को लेकर चुनावों से पहले निर्वाचन आयोग पूर्व नौकरशाह के खिलाफ कार्रवाई करेगा।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘इसलिए, पांडियन ने मजबूरी में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली।’’
अपने दावों के समर्थन में सारंगी ने कहा, ‘‘पांडियन ने ओडिशा में पूरी सरकार को हाईजैक कर लिया है। यह हाल में 5टी ओर नवीन ओडिशा के अध्यक्ष के रूप में उनकी नियुक्ति से साबित हो चुका है। ओडिशा के लोग यह समझ रहे हैं कि क्या हो रहा है।’’
उन्होंने कहा कि उन्हें बीजद के कार्यकर्ताओं और नेताओं पर दया आती है जिन्होंने पार्टी के लिए वर्षों काफी कुछ बलिदान दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘एक व्यक्ति आया, अपनी नियुक्ति कर ली और कैबिनेट मंत्री का दर्जा हासिल कर लिया, जबकि (बीजद के) कार्यकर्ता और नेता वर्षों से अपना पसीना बहा रहे हैं।’’
इस बीच, मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि विभिन्न सेवा संघों ने 5टी अध्यक्ष पांडियन से नवीन निवास में मुलाकात की और उन्हें उनकी नयी भूमिका के लिए शुभकामनाएं दीं।
बीजद या पांडियन, दोनों में से किसी ने भी सारंगी की टिप्पणी पर अब तक प्रतिक्रिया नहीं दी है।

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