संसद का बजट सत्र चल रहा है। मोदी सरकार पार्ट 2 का यह आखिरी बजट सत्र है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को अंतरिम बजट पेश किया। वहीं, आज दोनों ही सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा हुई। जहां विपक्षी दलों ने सरकार को जमकर कोसा है तो वहीं सरकार अपनी उपलब्धियां को गिना रही है। हालांकि, आज संसद के दोनों सदनों में हंगामे की भी स्थिति देखी गई। पूरा का पूरा हंगामा झारखंड को लेकर था। झारखंड में जो कुछ भी हुआ है उस पर विपक्षी सांसद सरकार पर प्रहार कर रहे थे। दूसरी ओर अलग राष्ट्र की मांग वाले बयान को लेकर भाजपा कांग्रेस सांसद डीके सुरेश पर हमलावर रही और गांधी परिवार से माफी की मांग करने लगी। इसके अलावा मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा में भाग लिया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहे।
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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और सरकार ने शुक्रवार को कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ अस्थिर है और उसके सारे नेता प्रधानमंत्री पद की दौड़ में हैं, वहीं विपक्षी कांग्रेस ने दावा किया कि सरकार के खिलाफ जनता जागरुक हो गई है और पूरा विपक्ष उसके साथ चट्टान की तरह खड़ा है। केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल और भाजपा की सांसद हिना गावित ने लोकसभा में विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार के पिछले दस साल के विकास कार्यों के कारण जनता फिर से उन पर भरोसा जताएगी, वहीं कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि सरकार जनता के बीच ‘भ्रम’ के अस्त्र का इस्तेमाल कर रही है। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव रखते हुए गावित ने कहा कि आज ‘इंडिया’ गठबंधन की हालत ऐसी क्रिकेट टीम की तरह है जिसके सभी 11 खिलाड़ी कप्तान बनना चाहते हैं।
देश में चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए कानून बनाये जाने की मांग उठने के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को लोकसभा में कहा कि नये आपराधिक कानून में डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने सदन में प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस सदस्य शशि थरूर के एक पूरक प्रश्न के उत्तर में यह टिप्पणी की।
‘एक अलग राष्ट्र की मांग उठाने के लिए दक्षिणी राज्यों के मजबूर होने’ संबंधी एक कांग्रेस सांसद के बयान पर सरकार ने शुक्रवार को मुख्य विपक्षी पार्टी से माफी मांगने और अपने सदस्य पर कार्रवाई करने को कहा। इसके साथ ही उसने लोकसभा अध्यक्ष से इस मुद्दे को सदन की आचार समिति को भेजने का अनुरोध किया। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने लोकसभा में कहा कि कांग्रेस सांसद डी के सुरेश ने बृहस्पतिवार को मीडिया के सामने दिए अपने बयान में ‘देश के विभाजन की बात’ की है।
कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने शुक्रवार को कहा कि एक साथ चुनाव कराने के संदर्भ में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में गठित उच्च स्तरीय समिति को अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए कोई विशेष समय-सीमा नहीं दी गई है। उन्होंने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।
सरकार पर हर मोर्चे पर विफल रहने का आरोप लगाते हुए विपक्षी दलों ने शुक्रवार को कहा कि महंगाई, बेरोजगारी, शिक्षा से लेकर विभिन्न समस्याओं को हल करने के बजाय वह अपनी पीठ खुद ही थपथपा रही है और ‘सबका साथ, सबका विकास’ करने का उसका दावा सच से परे है। वहीं सत्ता पक्ष ने कहा कि मोदी सरकार तोहफे बांटने में विश्वास नहीं करती बल्कि देश को 2047 तक विकसित भारत बनाने के लक्ष्य के साथ काम कर रही है। भाजपा की कविता पाटीदार ने उच्च सदन में राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने देश की महिलाओं की किस्मत को संवारने के लिए विभिन्न योजनाओं को लागू किया। चर्चा में भाग लेते हुए नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कई बार यह कह चुके हैं कि पिछली सरकारों ने कई काम नहीं किए। खरगे ने कहा कि राष्ट्र के निर्माताओं को कभी नहीं भुलाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही देश को ऊपर लाने का काम करती है और जब तक लोग शिक्षित नहीं होंगे, संविधान की रक्षा नहीं करेंगे तो कमजोर वर्ग के लोगों और गरीबों को विकास का लाभ नहीं मिलेगा।
छात्रों की आत्महत्या का मुद्दा उठाते हुए राज्यसभा में शुक्रवार को कांग्रेस के एक सदस्य ने मांग की कि इस बारे में जागरुकता अभियान चलाया जाना चाहिए और शिक्षकों को भी समुचित प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए ताकि वे छात्रों को मानसिक दबाव और निराशा से बाहर निकाल सकें। शून्यकाल के दौरान कांग्रेस के राजीव शुक्ला ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि यह एक गंभीर समस्या है और इसे केवल सरकार या राज्य सरकारों के ऊपर ही नहीं डाला जा सकता।
खराब गुणवत्ता वाली दवाइयों के निर्यात के कारण कुछ देशों में मौत होने से देश के फार्मेसी क्षेत्र की छवि खराब होने के विपक्ष के आरोप को खारिज करते हुए सरकार ने शुक्रवार को राज्यसभा में कहा कि भारतीय फार्मा क्षेत्र की छवि दुनिया भर में बरकरार है और वह विश्व का फार्मेसी बन कर उभरा है। वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने उच्च सदन में यह जानकारी दी।
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कांग्रेस के एक सांसद की ओर से कथित तौर पर दक्षिणी राज्यों के लिए ‘एक अलग राष्ट्र’ की मांग उठाए जाने के मुद्दे पर राज्यसभा में शुक्रवार को हंगामा हुआ और सत्ताधारी पक्ष ने इस बयान को देश की एकता, अखंडता एवं संप्रभुता पर हमला करार देते हुए कांग्रेस से स्पष्टीकरण और माफी की मांग की। कांग्रेस ने साफ किया कि कांग्रेस देश की अखंडता के प्रति समर्पित है और इस तरह के किसी भी आह्वान को बर्दाश्त नहीं करेगी। सदन के नेता पीयूष गोयल ने शून्यकाल आरंभ होते ही इस मुद्दे को उठाया जिस पर विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि अगर कोई भी देश को तोड़ने की बात करेगा तो कांग्रेस पार्टी उसे कभी बर्दाश्त नहीं करेगी।