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एक ही मिट्टी के हैं भारत-पाक के लोग, बंटवारे का सबब समझ नहीं आया : सनी देओल

भारत और पाकिस्तान के लोगों को ‘‘एक ही मिट्टी के’’ बताते हुए फिल्म अभिनेता सनी देओल ने मंगलवार को कहा कि उन्हें वर्ष 1947 में भारत की आजादी के बाद देश के बंटवारे के वक्त दोनों मुल्कों के बाशिंदों के अलग होने का सबब समझ नहीं आया।
फिल्मों में मार-धाड़ वाली भूमिकाओं के लिए मशहूर 65 वर्षीय अभिनेता ने भारत के 77वें स्वतंत्रता दिवस पर यह भी कहा कि गुजरे बरसों में धीरे-धीरे दुनिया युद्धों से थक चुकी है।
देओल, अपनी नयी फिल्म गदर 2 के प्रचार के लिए इंदौर आए थे। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने एक सवाल पर कहा कि भारत-पाकिस्तान के लम्बे समय से चले आ रहे मसले को जनता द्वारा आग नहीं दी जाती।
देओल ने कहा,‘‘मैं तो हमेशा कहता हूं कि हम सब एक ही मिट्टी के हैं। मुझे समझ नहीं आया कि बंटवारे के वक्त हम लोग क्यों अलग हुए, पर (बंटवारा) हो गया…लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।’’

अभिनेता से पूछा गया था कि उनकी फिल्म ‘‘गदर’’ का दूसरा संस्करण पिछले 22 बरसों में भारत और पाकिस्तान के बदले संबंधों को किस तरह संबोधित करता है और दोनों मुल्कों के लोगों के लिए उनका क्या संदेश है?
पंजाब के गुरदासपुर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा सांसद ने कहा,‘‘फिलहाल मैं राजनीति की बात नहीं करना चाहता, लेकिन मुझे लग रहा है कि आहिस्ता-आहिस्ता पूरी दुनिया लड़ाइयों से थक चुकी है।’’
भारत-पाकिस्तान के बीच वर्ष 1971 में हुई जंग पर आधारित फिल्म ‘‘बॉर्डर’’ में भारत के फौजी अफसर के किरदार के लिए मशहूर देओल ने कहा, ‘‘दोनों तरफ आप कहीं भी चले जाइए, कोई भी व्यक्ति नहीं चाहता कि (युद्ध में) उसका कोई सैनिक मरे क्योंकि वह किसी का पति, बेटा और पिता है। लेकिन जब अपने देश की बात आ जाती है, तो आदमी में जोश आ जाता है और जाहिर-सी बात है कि (इस स्थिति में) वह वही करेगा, जो उसे करना चाहिए।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या ‘‘गदर 2’’ को पाकिस्तान के लोगों का भी प्यार मिल रहा है, उन्होंने जवाब दिया, ‘‘देखिए, प्यार चारों तरफ है।

कोई किसी से नफरत नहीं करता। और हम कलाकार हैं। हम सबके हैं। हम किसी एक के नहीं हैं।’’
प्रेम प्रसंगों के चलते पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर के भारत आने और भारतीय महिला अंजू के पाकिस्तान जाने के सवाल पर देओल ने कहा कि वह मीडिया से ‘‘विनम्र अनुरोध’’ करते हैं कि वह अपनी ताकत का इस्तेमाल सही दिशा में करने की कोशिश करे।
उन्होंने कहा,‘‘चीजों को ज्यादा खींचा नहीं जाना चाहिए और इन्हें नकारात्मकता की तरफ नहीं ले जाया जाना चाहिए।’’
मीडिया के साथ बातचीत से पहले, देओल ने इंदौर से करीब 25 किलोमीटर दूर महू की फौजी छावनी में पैदल सेना के अनुसंधान केंद्र और संग्रहालय में पहुंचे और स्वतंत्रता दिवस समारोह में हिस्सा लिया।
देओल ने पैदल सेना के अनुसंधान केंद्र और संग्रहालय के परिसर में एक फौजी अफसर के साथ रिमोट का बटन दबाकर विशाल तिरंगा फहराया। ध्वजारोहण के बाद अभिनेता ने संग्रहालय भी देखा।

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