उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि आज भारत और पाकिस्तान के बीच का फर्क पूरी दुनिया देख रही है और भारत जहां 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दे रहा है, वहीं पाकिस्तान के लोग दो वक्त की रोटी के लिए तरस रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने गोरखपुर स्थित महंत दिग्विजयनाथ पार्क में आयोजित जनसभा में भारत और पाकिस्तान की तुलना करते हुए कहा, भारत के स्वतंत्र होने से एक दिन पूर्व पाकिस्तान बन गया था, मगर आज भारत और पाकिस्तान के बीच का फर्क पूरी दुनिया देख रही है।
उन्होंने कहा, आज भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। आज का भारत 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में राशन देता है, वहीं पाकिस्तान में एक किलो आटे के लिए छीनाझपटी होती है। भारत में खुशहाली व समृद्धि है तो पाकिस्तान में लोग दो वक्त की रोटी के लिए तरस रहे हैं।
आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार के नौ वर्ष पूरे होने पर गोरखपुर में 2604 करोड़ रुपये से अधिक की 727 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 2427.63 करोड़ रुपये के 692 विकास कार्यों का शिलान्यास तथा 176.83 करोड़ रुपये के 35 विकास कार्यों का लोकार्पण किया। साथ में उन्होंने सात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर हेल्थ एटीएम का भी लोकार्पण किया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने नौ वर्ष के दौरान सेवा, सुशासन व गरीब कल्याण के लिए नई दृष्टि दी है।
उन्होंने कहा, रामराज्य की पहली शर्त है सेवा। मत, मजहब, सम्प्रदाय, क्षेत्र से परे हम सबमें एक ही भाव होना चाहिए। हमारा कर्म एक भारत, श्रेष्ठ भारत को समर्पित होना चाहिए। हमें विरासत पर गौरव की अनुभूति होनी चाहिए और वह विरासत विकास की प्रक्रिया से जुड़ता दिखना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में देश को यह नई दृष्टि मिली है।
आदित्यनाथ ने कहा कि मोदी ने देश को सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण का मॉडल दिया है जबकि कांग्रेस की सरकार में ‘भ्रष्टाचार का मॉडल’ था।
उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा, कांग्रेस के एक प्रधानमंत्री ने खुद माना था कि 100 रुपये में से 15 रुपये ही धरातल पर पहुंचते थे। बाकी के 85 रुपये दलाल खा जाते थे। आज योजनाओं का पूरा पैसा सीधे जनता के बैंक खातों में पहुंचता है। बीच में एक रुपये खाने की हिम्मत कोई नहीं कर सकता।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर उपस्थित लोगों को 2024 के लोकसभा चुनाव में जाति, मत, मजहब, संप्रदाय से ऊपर उठकर उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों को भारी बहुमत से भाजपा को जीतने का संकल्प दिलाया।