प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक में ‘शक्ति’ गारंटी योजना के संदर्भ में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार की आलोचना किए जाने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस को इस बात का एहसास हो रहा है कि अवास्तविक वादे करना आसान है, लेकिन उन्हें ठीक से क्रियान्वित करना कठिन या असंभव है।
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कांग्रेस पार्टी इस बात को भली-भांति समझ रही है कि अवास्तविक वादे करना तो आसान है लेकिन उन्हें सही ढंग से लागू करना कठिन या असंभव है। अभियान दर अभियान वे लोगों से ऐसे वादे करते हैं, जिन्हें वे भी जानते हैं कि वे कभी पूरा नहीं कर पाएंगे। अब, वे लोगों के सामने बुरी तरह बेनकाब हो गये हैं। किसी भी राज्य की जाँच करें जहाँ आज कांग्रेस की सरकारें हैं हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना विकासात्मक प्रक्षेपवक्र और राजकोषीय स्वास्थ्य बद से बदतर होता जा रहा है। उनकी तथाकथित गारंटी अधूरी पड़ी है, जो इन राज्यों के लोगों के साथ एक भयानक धोखा है। ऐसी राजनीति के शिकार गरीब, युवा, किसान और महिलाएं हैं, जिन्हें न केवल इन वादों के लाभ से वंचित किया जाता है, बल्कि उन्हें अपनी मौजूदा योजनाएं भी कमजोर नजर आती हैं।
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पीएम मोदी ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस विकास की परवाह करने के बजाय पार्टी के अंदर की राजनीति और लूट में व्यस्त है। इतना ही नहीं, वे मौजूदा योजनाओं को भी वापस लेने जा रहे हैं। हिमाचल प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिलता। तेलंगाना में किसान उस छूट का इंतजार कर रहे हैं जिसका उन्होंने वादा किया था। इससे पहले, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में उन्होंने कुछ भत्ते देने का वादा किया था जो पांच साल तक कभी लागू नहीं किया गया। ऐसे अनगिनत उदाहरण हैं कि कांग्रेस कैसे काम करती है।
देश की जनता को कांग्रेस प्रायोजित झूठे वादों की संस्कृति से सचेत रहना होगा! हमने हाल ही में देखा कि कैसे हरियाणा के लोगों ने उनके झूठ को खारिज कर दिया और एक ऐसी सरकार को प्राथमिकता दी जो स्थिर, प्रगति उन्मुख और कार्य संचालित हो। पूरे भारत में यह अहसास बढ़ रहा है कि कांग्रेस के लिए वोट गैर-शासन, खराब अर्थव्यवस्था और अद्वितीय लूट के लिए वोट है। भारत की जनता विकास और प्रगति चाहती है, वही पुरानी बात नहीं।