Breaking News

PM Modi ने देश को समर्पित किया संसद भवन, गिनाई नौ वर्षों की उपलब्धियां भी

तमिलनाडु के अधीनम संतों द्वारा पूरे विधि-विधान के साथ अनुष्ठान कराए जाने के बाद नई संसद भवन का उद्घाटन हो चुका है। प्रधानमंत्री ने इस दौरान ‘सेंगोल’ (राजदंड) को दंडवत प्रणाम किया और हाथ में पवित्र राजदंड लेकर तमिलनाडु के विभिन्न अधीनमों के पुजारियों का आशीर्वाद लिया। इस नई संसद भवन में पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना संबोधन देते हुए कहा कि देश की यात्रा में कई ऐसे क्षण आते हैं, जो अमर हो जाते है। इतिहास में कुछ तारीखें ऐसे शामिल होती हैं कि वो अमिट हस्ताक्षर बन जाती है। नई संसद भवन का उद्घाटन समारोह भी ऐसा ही अवसर है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर देश भर में अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा सुबह से ही संसद परिसर में सर्वपंथ प्रार्थना की गई है, जिसके लिए मैं सभी देशवासियों को भारतीय लोकतंत्र के इस स्वर्णिम पल की बधाई देता हूं। 
प्रधानमंत्री ने कहा कि नए रास्तों पर चलने से ही नए कीर्तिमान गढ़े जाते है। नया भारत नए लक्ष्यों को हासिल कर रहा है। उन्होंने संसद भवन में सेंगोल की स्थापना किए जाने के संबंध में कहा कि चोल साम्राज्य में यही सेंगोल कर्तव्य पथ, सेवा पथ, राष्ट्र पथ के प्रतीक के तौर पर देखा जाता था। सेंगोल ही सत्ता के हस्तांतरण का प्रतीक माना जाता था। तमिलनाडु से खास तौर पर आए हुए अधीनम के संत संसद में आशीर्वाद देने के लिए उपस्थित थे। सेंगोल की स्थापना संसद भवन में उन्हीं के मार्गदर्शन में हुई है। 
 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि संसद भवन की नई इमारत को देखकर भारतीय गौरवान्वित हो रहे है। ये नया संसद भवन योजना को यथार्थ से, नीति को निर्माण से, इच्छा शक्ति को क्रिया शक्ति से, संकल्प को सिद्धि से जोड़ने वाली अहम कड़ी साबित होगा। भवन विरासत, वास्तु, कला, कौशल युक्त है, जिसमें संस्कृति की झलक देखने के साथ संविधान को भी शामिल किया गया है। लोकसभा के आंतरिक हिस्से को राष्ट्रीय पक्षी मोर पर आधारित बनाया गया है, जबकि राज्यसभा का हिस्सा राष्ट्रीय फूल कमल पर आधारित है। संसद में राष्ट्रीय वृक्ष बरगद भी है। 
 
पीएम नरेंद्र मोदी ने पेश किया नौ सालों का रिपोर्ट कार्ड
केंद्र सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि भारत में बीते नौ वर्षों में नवनिर्माण हुआ है और इस दौरान गरीबों का कल्याण हुआ है। उन्होंने कहा कि बीते नौ वर्षों में 11 करोड़ शौचलयों का निर्मण हुआ जिन्होंने महिलाओं की गरिमा की रक्षा की और उनको सम्मान से जीने का हक दिया। बीते नौ साल में गांवों को जोड़ने के लिए चार लाख किमी से ज्यादा सड़कों का निर्माण हुआ। भारत में आज एक ईको फ्रेंडली इमारत बनी है। एक तरफ आज नई संसद भवन का उद्घाटन हो रहा है तो वहीं देश में 30 हजार से ज्यादा नए पंचायत भवन भी बनाए हैं, जिससे साफ होता है कि केंद्र सरकार पंचायत भवन से लेकर संसद भवन तक एक ही निष्ठा और एक प्रेरणा से काम करती है। हमारा एक ही उद्देश्य है देश का विकास, देश के लोगों का विकास। बता दें कि यह भवन आधुनिक सुविधाओं और नवीनतम उपकरणों से युक्त है। इस भवन के निर्माण में 60,000 से अधिक मजदूरों को रोजगार मिला था।
 
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस खास अवसर पर एक विशेष स्मारक डाक टिकट और 75 रुपये का सिक्का जारी किया। नए संसद भवन के लोकसभा कक्ष में आयोजित उद्घाटन समारोह में सिक्का और डाक टिकट जारी किया गया। केंद्रीय वित्त मंत्रालय के तहत आर्थिक मामलों के विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार इस सिक्के के एक तरफ बीच में अशोक स्तंभ की छवि है, जिसके एक ओर देवनागरी लिपि में ‘भारत’ जबकि दूसरी ओर अंग्रेजी में ‘इंडिया’ लिखा है। 
 
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने नए संसद भवन के उद्घाटन के बाद रविवार को सांसदों का आह्वान किया कि वे नए भवन में नए संकल्प के साथ प्रवेश करें तथा संसदीय अनुशासन, मर्यादा और गरिमा के नए मापदंड स्थापित करें। उन्होंने नए संसद भवन के निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया। बता दें कि नए संसद भवन के लोकसभा कक्ष में 888 सदस्य और राज्यसभा कक्ष में 300 सदस्य आराम से बैठ सकते हैं। दोनों सदनों की संयुक्त बैठक होने पर कुल 1,280 सदस्यों को लोकसभा कक्ष में समायोजित किया जा सकता है। प्रधानमंत्री ने 10 दिसंबर, 2020 को नए संसद भवन की आधारशिला रखी थी। पुराना संसद भवन 1927 में बनकर तैयार हुआ था।

Loading

Back
Messenger