Breaking News

PM Modi ने समझाया कश्मीर से कमल और क्रिकेट का कनेक्शन, क्या घाटी में बढ़ेगा BJP का ग्राफ?

खचाखच भरे स्टेडियम और मोदी-मोदी के नारों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जम्मू कश्मीर के श्रीनगर के बख्शी मैदान में एक बड़े रैली को संबोधित किया। इस दौरान मोदी ने कश्मीर से कमल और क्रिकेट का कनेक्शन भी बतला दिया। साफ तौर पर मोदी ने यह दावा कर दिया कि कमल का कनेक्शन कश्मीर से बहुत पुराना है। ऐसे में माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री ने अपनी बातों-बातों में कश्मीर के लोगों से इस बात का आह्वान कर दिया कि आगामी लोकसभा चुनाव के दौरान उन्हें कमल के फूल को ही वोट देना चाहिए। भाजपा जम्मू में तो अच्छा प्रदर्शन करती हैं लेकिन कश्मीर में आज भी वह संघर्ष करती हुई दिखाई दे जाती है। ऐसे में मोदी को उम्मीद है कि जम्मू कश्मीर में किया जा रहे विकास कार्यों के बाद भाजपा को राज्य में बढ़त मिलेगी। 
 

इसे भी पढ़ें: Lok Sabha Election: हिमंत बिस्वा सरमा की भविष्यवाणी, पूर्वोत्तर की 25 में से 22 सीटें जीतेगा भाजपा गठबंधन

मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि यहां की झीलों में जगह-जगह कमल देखने को मिलते हैं। 50 साल पहले बने जम्मू कश्मीर क्रिकेट एशोसिएशन के लोगो में भी कमल है। ये सुखद संयोग है या कुदरत का कोई इशारा कि भाजपा का चिन्ह भी कमल है और कमल के साथ तो जम्मू कश्मीर का गहरा नाता है। उन्होंने कहा कि जब इरादे नेक हों, संकल्प को सिद्ध करने का जज्बा हो तो फिर नतीजे भी मिलते हैं। पूरी दुनिया ने देखा कि कैसे यहां जम्मू कश्मीर में G20 का शानदार आयोजन हुआ। आज यहां जम्मू कश्मीर में पर्यटन के सारे रिकॉर्ड टूट रहे हैं। अकेले 2023 में ही 2 करोड़ से ज्यादा पर्यटक यहां आए हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में शामिल हुए भीड़ को देखकर भाजपा उत्साहित नजर आ रही है। भाजपा को उम्मीद है कि अब घाटी में भी उसकी पकड़ मजबूत हुई है। यह कहीं ना कहीं पार्टी के लिए सुखद संकेत है। लेकिन सवाल अभी भी बरकरार है कि क्या यह भीड़ वोटो में तब्दील होगी? 2019 में भाजपा ने उधमपुर और जम्मू लोकसभा सीट पर जीत हासिल की थी। लेकिन बारामुला, श्रीनगर और अनंतनाग में उसे कामयाबी नहीं मिल पाई थी। ऐसे में इस बार के लोकसभा चुनाव में कुछ अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। 

 

इंडिया टीवी-सीएनएक्स ने कई मुद्दों पर जम्मू-कश्मीर में लोगों के मूड को जानने के लिए एक जनमत सर्वेक्षण आयोजित किया, चाहे वह धारा 370 को खत्म करना हो, क्या इससे क्षेत्र को मदद मिली या नहीं, या क्या अनुच्छेद 370 को निरस्त करने से अन्य मुद्दों के साथ-साथ आतंकवाद पर भी अंकुश लगा। यह जनमत सर्वेक्षण कुछ ही हफ्तों में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले आयोजित किया गया है। इंडिया टीवी-सीएनएक्स ओपिनियन पोल के अनुसार, 41 फीसदी लोगों ने जवाब दिया कि अनुच्छेद 370 को खत्म करने से जम्मू-कश्मीर को बहुत मदद मिली, 29 फीसदी ने कहा कि इससे क्षेत्र को मामूली मदद मिली, 23 फीसदी ने माना कि इससे कोई मदद नहीं मिली, जबकि 7 फीसदी ने कहा कोई राय नहीं थी। 
इंडिया टीवी-सीएनएक्स सर्वेक्षण के अनुसार, 73 प्रतिशत लोगों का मानना ​​​​है कि अनुच्छेद 370 को खत्म करने से क्षेत्र में आतंकवाद को रोकने में मदद मिली, 20 प्रतिशत ने कहा कि इससे कोई मदद नहीं मिली, जबकि 7 प्रतिशत लोग निश्चित नहीं थे कि इससे मदद मिली या नहीं। इंडिया टीवी-सीएनएक्स ओपिनियन पोल के अनुसार, 67 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि वे अनुच्छेद 370 को हटाए जाने से खुश हैं, 28 प्रतिशत की राय इसके विपरीत थी जबकि 5 प्रतिशत की कोई राय नहीं थी।
 

इसे भी पढ़ें: PM मोदी 28 किमी की यात्रा करके साधेंगे पूर्वांचल, 200 कार्यकर्ताओं मिलकर करेंगे चुनावी रणनीति तय

52 फीसदी उत्तरदाताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू-कश्मीर में सबसे लोकप्रिय नेता हैं, 23 फीसदी ने फारूक अब्दुल्ला को प्राथमिकता दी, 9 फीसदी ने महबूबा मुफ्ती को पसंद किया, 7 फीसदी ने राहुल गांधी का समर्थन किया, 4 फीसदी ने गुलाम नबी आजाद का समर्थन किया जबकि 5 फीसदी ने कहा सेंट की कोई राय नहीं थी। 

Loading

Back
Messenger