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Pran Pratishtha से पहले ऐसा है PM Modi का जीवन, सिर्फ नारियल पानी पीने, जमीन पर सोने जैसे नियमों का कर रहे पालन

अयोध्या में 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर के गर्भ ग्रह में प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन होने वाला है। प्राण प्रतिष्ठा की कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य यजमान होने वाले हैं। प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान में हिस्सा लेने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कठोरता के साथ नियमों का पालन कर रहे हैं। प्रधानमंत्री सभी जरूरी नियमों का ध्यान रखते हुए अपनी दिनचर्या व्यतीत कर रहे।
 
प्राण प्रतिष्ठा को देखते हुए प्रधानमंत्री इन दोनों सिर्फ नारियल पानी का सेवन कर रहे हैं। वहीं जमीन पर कंबल बिछाकर सो रहे हैं। प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान से पहले यह नियम अनुष्ठान का 18 जनवरी को आठवां दिन है। बीते 8 दिनों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अन्न ग्रहण नहीं किया है।
 
बता दें कि यम नियम बेहद कठिन होते हैं जिनका पालन करना हर व्यक्ति के लिए संभव नहीं होता है। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने आधिकारिक कर्तव्य का पालन करते हुए धार्मिक कर्तव्य भी निभा रहे है। अनुष्ठान के लिए यम नियमों का पालन करने के दौरान ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र, केरल और आंध्र प्रदेश का दौरा किया है।
 
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए 11 दिनों का अनुष्ठान कर रहे है। 11 दिनों की इस अनुष्ठान की जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर 12 जनवरी को पोस्ट कर दी थी जिसमें उन्होंने बताया था कि वह एक विशेष अनुष्ठान शुरू करने जा रहे हैं।
 
पीएम मोदी ने जारी किया डाक टिकट
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को अयोध्या में राम मंदिर पर स्मारक डाक टिकट और दुनिया भर में भगवान राम पर जारी डाक टिकटों की एक पुस्तक जारी की और कहा कि ये श्री राम, माता सीता और रामायण की एक झलक पेश करते हैं। प्रधानमंत्री ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आज पवित्र अयोध्या धाम की विरासत और भगवान श्री राम को समर्पित स्मारक डाक टिकट जारी करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। इस अवसर पर दुनियाभर में प्रभु श्री राम पर जारी टिकटों से जुड़ी एक पुस्तक का अनावरण भी किया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि स्मारक डाक टिकट और यह पुस्तक आने वाली कई पीढ़ियों को श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के इस पावन अवसर का स्मरण कराती रहेगी।’’ 

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