राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति जी ने अपने अभिभाषण में विस्तार से 4 सबसे बड़ी जातियों के विषय में हम सबको संबोधित किया था। ये 4 जातियां हैं – युवा, नारी, गरीब और हमारे अन्नदाता। हम जानते हैं कि इनकी समस्याएं और सपने एक समान है। इन चारों वर्गों की समस्याओं के समाधान के रास्ते भी एक समान ही हैं। उन्होंने कहा कि जिस कांग्रेस ने ओबीसी को पूरी तरह से आरक्षण नहीं दिया, कभी सामान्य वर्ग के गरीबों को आरक्षण नहीं दिया, जिसने बाबा साहब को भारत रत्न देने योग्य नहीं समझा, वह सिर्फ अपने परिवार को ही भारत रत्न देते रहे। वे अब हमें सामाजिक न्याय का उपदेश दे रहे हैं और पाठ पढ़ा रहे हैं। जिनके पास नेता के रूप में कोई गारंटी नहीं है वे मोदी की गारंटी पर सवाल उठा रहे हैं।
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मोदी ने कहा कि एक बार नेहरू जी ने मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी, जिसमें लिखा था कि “मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता और खासकर नौकरी में आरक्षण तो कतई नहीं। मैं ऐसे किसी भी कदम के खिलाफ हूं जो अकुशलता को बढ़ावा दे, जो दोयम दर्जे की तरफ ले जाए।” मोदी ने कहा कि इसी के आधार पर मैं कहता हूं कि कांग्रेस आरक्षण की जन्मजात विरोधी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इस तरह का माहौल बनाया कि भारतीय परंपराओं का पालन करने वालों को हेय नजरों से देखा गया। उन्होंने दावा किया कि हमने देश को संकट के दौर से बाहर निकाला है। पीएम मोदी ने हमला बोलते हुए कहा, इनके एक मार्गदर्शक अमेरिका में बैठे हैं। कांग्रेस के इस परिवार के काफी करीबी हैं। उन्होंने अभी अभी बाबा साहब के योगदान को छोटा करने का भरपूर प्रयास किया। देश में पहली बार एनडीए ने एक आदिवासी बेटी को राष्ट्रपति बनाया है।
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प्रधानमंत्री ने कहा कि SC/ST और OBC को बड़ी भागीदारी देने में कांग्रेस और साथियों को हमेशा परेशानी रही है। बाबा साहब के विचारों खत्म करने में कोई कसर इन्होंने नहीं छोड़ी। उनको भारत रत्न भी देने की तैयारी नहीं थी, वो भी जब भाजपा के समर्थन से दूसरी सरकार बनी तो बाबा साहब को भारत रत्न दिया गया। उन्होंने दावा किया कि उच्च शिक्षा में आज SC विद्यार्थियों का नामांकन 44% बढ़ा है। उच्च शिक्षा में ST विद्यार्थियों का नामांकन 65% बढ़ा है। OBC विद्यार्थियों के नामांकन में 45% की बढ़ोतरी हुई है। जब मेरे गरीब, दलित, पिछड़े, वंचित और आदिवासी परिवार के बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त करेंगे, तो समाज में एक नया वातावरण पैदा होगा।