Breaking News

गुजरात में कांग्रेस पर जमकर बरसे पीएम मोदी, कहा- उनके शासन में चरम पर था आतंकवाद और अब सर्जिकल स्ट्राइक पर उठाते हैं सवाल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 नवंबर को गुजरात के खेड़ा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया है। इस जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा और कहा कि गुजरात में लंबे समय तक आतंकवाद का बोलबाला रहा है। सूरत और अहमदाबाद में हुए विस्फोटों में गुजरात के कई बेगुनाह लोगों की मौत हुई। 
 
इस दौरान कांग्रेस की सरकार सत्ता में थी मगर उन्होंने इस मुद्दे पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। हमने केंद्र में आकर आतंकवाद को निशाना बनाया तो आज वो हमें ही निशाना बनाते है। जब देश में आतंकवाद चरम पर था तब भी कांग्रेस ने इसके खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया।
 
उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में आपके एक कीमती वोट से देश से आतंकवाद का सफाया हुआ है। ये एक बहुत बड़ी पहल थी। आतंकवाद का खात्मा होने से एक बड़ा अंतर भी आया है। देश के शहरों में घुसने की हिमाकत आतंकवादी नहीं कर सकते। आज आलम ये है कि भारत की सीमाओं में घुसने से पहले भी आतंकवादियों को सोचना पड़ता है। दूसरी तरफ कांग्रेस की सरकार है जिसने अपने कार्यकाल में आतंकवाद रोकने के लिए ना ही कदम उठाए बल्कि हमारी सरकार की सर्जिकल स्ट्राइक पर भी जमकर सवाल उठाए है।
 
 उन्होंने कहा कि 25 वर्षों तक राज्य के युवाओं ने कभी नहीं देखा कि कर्फ्यू क्या होता है। हमारा उद्देश्य है कि जनता को बम विस्फोटों से बचाया जाए। ऐसा सिर्फ भाजपा की डबल इंजन सरकार ही कर सकती है। आतंक को उन्होंने वोट बैंक की राजनीति के लिए भी खतरा बताया है। आतंक का खेल खेलने वालों से गुजरात को बचाना जरूरी है। 
 
उन्होंने कहा कि कुछ दल तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे है। उन्होंने आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ पार्टियां सत्ता के लिए शॉर्टकट अपनाने से भी बाज नहीं आ रही है। ऐसे दलों से गुजरात की जनता को सतर्क रहना जरूरी है।
 
पीएम मोदी करेंगे ताबड़तोड़ रैलियां
गुजरात विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात पहुंच चुके हैं। यहां वो सोमवार से ताबड़तोड़ रैलियां करेंगे। पीएम मोदी को 28 नवंबर को कच्छ के अंजार, जामनगर के गोरधनपुर, भावनगर के पलिताना, जामनगर के गोरधनपुर और राजकोट में रैलियों को संबोधित करेंगे। संभावना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इन रैलियों और जनसभाओं में भारी संख्या में लोगों के जुटने की उम्मीद है। 

Loading

Back
Messenger