प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023’ के दौरान प्राप्त निवेश प्रस्तावों के चौथे भूमि पूजन समारोह में सोमवार को पूरे उत्तर प्रदेश में 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक लागत की 14000 परियोजनाओं की शुरुआत की। हम आपको बता दें कि ये परियोजनाएं विनिर्माण, नवीकरणीय ऊर्जा, आईटी एवं आईटीईएस, खाद्य प्रसंस्करण, आवास एवं रियल एस्टेट, आतिथ्य एवं मनोरंजन और शिक्षा जैसे क्षेत्रों से संबंधित हैं। इस समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे। कार्यक्रम में कई उद्योगपति, शीर्ष वैश्विक और भारतीय कंपनियों के प्रतिनिधि और राजदूत भी शामिल हुए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि डबल इंजन सरकार का यूपी को फायदा हो रहा है जिससे प्रदेश में व्यापार, विकास और विश्वास का माहौल बना है। प्रधानमंत्री ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित प्रदर्शनी का शुभारंभ करने के बाद वहां लगाये गये स्टॉलों का भी अवलोकन किया और बाद में रिमोट का बटन दबाकर 10 लाख करोड़ की परियोजनाओं का शुभारंभ किया। कार्यक्रम की शुरुआत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान श्रीगणेश की मूर्ति भेंट कर प्रधानमंत्री का स्वागत-अभिनंदन किया। इसके बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के हर राज्य को उत्तर प्रदेश से सीखना चाहिए। उन्होंने कहा कि यूपी में उद्योग जगत के लिए अनंत अवसर की बेला है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे यूपी के सामर्थ्य और डबल इंजन सरकार के परिश्रम पर पूरा विश्वास है। मैं योगी जी को विशेष बधाई देता हूं। हर हिन्दुस्तानी को गर्व होता है कि यूपी ने ठान लिया है कि वो एक ट्रिलियन डालर की इकोनॉमी बनेगा। देश के सभी राजनीतिक दल से कहूंगा कि राजनीति छोड़िए और यूपी से सीखिए। आप कितने ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी अपने राज्य को बनाएंगे, ये संकल्प करके मैदान में आइए। देश तभी आगे बढ़ेगा जब यूपी की तरह हर राज्य बड़े सपने और संकल्प लेकर चल पड़ेगा। उद्योग जगत के साथियों के लिए यूपी में अनंत अवसर की बेला है। आपने कभी सोचा नहीं होगा उतनी तेजी से यूपी अपने सारे संकल्पों को पूरा कर रहा है। ये बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के चौथे संस्करण के उद्घाटन समारोह के दौरान कही। प्रधानमंत्री ने रिमोट का बटन दबाकर 10 लाख करोड़ रुपए से अधिक की 14 हजार से ज्यादा परियोजनाओं का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने चलचित्र के माध्यम से बदलते उत्तर प्रदेश की झलक भी देखी।
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यूपी की तस्वीर बदल देंगे उद्योग
अपने उद्बोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि सात वर्ष पहले हम सोच भी नहीं सकते थे कि यूपी में निवेश और नौकरियों को लेकर ऐसा माहौल बनेगा। पहले चारों तरफ अपराध, दंगे, छीनाझपटी यही खबरें आती रहती थीं। उस दौरान अगर कोई कहता कि यूपी को विकसित बनाएंगे तो शायद कोई सुनने को भी तैयार नहीं होता। आज लाखों करोड़ का निवेश उत्तर प्रदेश में उतर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में हजारों प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो रहा है। ये उद्योग यूपी की तस्वीर बदलने वाले हैं। उत्तर प्रदेश में बीते सात साल में रेड टेप कल्चर को खत्म करके रेड कार्पेट कल्चर का माहौल बना है। यूपी में ना केवल क्राइम कम हुआ है, बल्कि बिजनेस कल्चर का विस्तार भी हुआ है। बीते सात साल में यूपी में व्यापार, विकास और विश्वास का माहौल बना है। यहां आए सभी निवेशकों के बीच आशावाद दिख रहा है। डबल इंजन सरकार ने दिखाया है कि अगर बदलाव की सच्ची नीयत है तो उसे कोई रोक नहीं सकता। बीते कुछ वर्षों में यूपी से होने वाला एक्सपोर्ट दोगुना हो चुका है। यूपी वो राज्य है जहां देश में सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे हैं। यहां सबसे ज्यादा इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं। यहां देश की पहली रैपिड रेल चल रही है। वेस्टर्न और ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का बड़ा नेटवर्क यूपी से गुजरता है। नदियों के नेटवर्क का भी मालवाहक जहाजों के लिए उपयोग किया जा रहा है। ट्रांसपोर्टेशन सस्ता हुआ है।
पूरी दुनिया भारत को बेहतर रिटर्न की गारंटी मान रही
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को लेकर पूरी दुनिया में अभूतपूर्व पॉजिटिविटी दिख रही है। पीएम मोदी ने कतर और यूएई की यात्रा का जिक्र करते हुए बताया कि हर देश भारत के विकास को लेकर आश्वस्त और भरोसे से भरा हुआ है। पूरी दुनिया भारत को बेहतर रिटर्न की गारंटी मान रही है। उन्होंने कहा कि अक्सर देखा जाता है कि चुनाव नजदीक होने पर लोग नये निवेश से बचते हैं। लेकिन आज उत्तर प्रदेश में सोच भी तोड़ दी है। दुनियाभर के इन्वेस्टर्स को सरकार की पॉलिसी और स्टेबिलिटी पर पूरा भरोसा है। ये विश्वास लखनऊ में झलक रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में जिस प्रकार की सोच आजादी के बाद से अनेक दशकों तक रही है उसपर चलते हुए ये परिवर्तन संभव ही नहीं था। तब की सरकारों की सोच थी कि देश के नागरिकों का जैसे तैसे गुजारा कराओ। उन्हें हर मूलभूत सुविधा के लिए तरसा के रखो। पहले की सरकारें केवल चुनिंदा शहरों में अवसर उपलब्ध कराती थीं, जिसके कारण देश का बड़ा हिस्सा विकास से वंचित रह गया। डबल इंजन सरकार ने पुरानी राजनीतिक सोच को बदल कर रख दिया है। हम हर नागरिक के जीवन को आसान बनाने में जुटे हैं। जीवन आसान होगा तो निवेश और कारोबार करना भी आसान होगा।
देश के लिए काम करने से भी देश की सेवा होती है
प्रधानमंत्री ने विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि सरकार जब अपनी तरफ से लाभार्थियों को लाभ पहुचाती है, तो यही सच्चा अर्थ में सामाजिक न्याय और सच्चा सेक्युलरिज्म होता है। पहले भ्रष्टाचार और भेदभाव के चलते लोगों को योजनाओं का लाभ पाने के लिए लंबी लाइन लगानी होती थी। एक दफ्तर से दूसरे दफ्तर में दौड़ना होता था। मोदी की गारंटी है कि जब तक हर लाभार्थी को उसका हक नहीं मिलता, हमारी सरकार शांत नहीं बैठेगी। यही वो समाजिक न्याय है, जिसका सपना जेपी और लोहिया ने देखा था। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की योजनाएं सामाजिक न्याय और अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करती हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि केवल भगत सिंह की तरह फांसी पर लटकने से ही देश की सेवा होती है, ऐसा नहीं है। देश के लिए काम करने से भी देश की सेवा होती है।
उत्तर प्रदेश में पर्यटन हब बनने का सामर्थ्य
प्रधानमंत्री ने लखपति दीदी योजना, पीएम स्वनिधि योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना की भी विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि इससे ग्रामीण और शहरी मध्यम वर्ग की खरीद शक्ति बढ़ी है। उन्होंने एमएसएमई को यूपी की ताकत बताया। साथ ही ओडीओपी और पीएम श्रम सम्मान योजना की भी चर्चा करी। प्रधानमंत्री ने काशी की चर्चा करते हुए कहा कि वहां का सांसद होने के नाते काशी के लकड़ी के खिलौनों को हमेशा प्रमोट करता हूं। भारत में खिलौना कारोबार की बहुत समृद्ध परंपरा रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पर्यटन हब बनने का सामर्थ्य है। लाखों लोग काशी और अयोध्या आ रहे हैं। टूरिज्म सेक्टर से जुड़े उद्योगों के लिए ये सुनहरा अवसर है। उन्होंने कहा कि 2025 में यूपी में कुंभ का आयोजन होगा, ये यूपी की अर्थव्यवस्था के लिए बहुत महत्वपूर्ण अवसर होगा। प्रधानमंत्री ने सौर ऊर्जा की चर्चा करते हुए कहा कि पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना से ना केवल देशवासियों को मुफ्त बिजली मिलेगी, बल्कि अतिरिक्त बिजली कमाई का साधन भी बनेगी। इस क्षेत्र में इंस्टॉलेशन, मेंटेनेंस और सप्लाई चेन में लाखों रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
कांग्रेस के लोग भारत रत्न पर एक ही परिवार का हक समझते हैं
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने कुछ ही दिन पहले किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न प्रदान किया है। दुभार्ग्य से ये बात कांग्रेस और उसके सहयोगियों को समझ में नहीं आती। कांग्रेस के लोग भारत रत्न पर एक ही परिवार का हक समझते हैं। दशकों तक बाबा साहब को भारत रत्न नहीं दिया गया। ये लोग केवल अपने परिवार को भारत रत्न देते रहे हैं।
दुनिया की हर डाइनिंग टेबल पर होना चाहिए भारत का खाद्य उत्पाद
प्रधानमंत्री ने फूड प्रोसेसिंग से जुड़े उद्यमियों का आह्वान किया कि उन्हें संकल्प लेना चाहिए कि दुनिया के हर डायनिंग टेबल पर मेक इंन इंडिया का प्रोडक्ट जरूर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मिलेट्स को लेकर नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है। इस सुपर फूड में इन्वेस्टमेंट का अच्छा अवसर है। सरकार छोटे छोटे किसानों को बाजार की बड़ी ताकत बनाना चाहती है। जितना फायदा किसान और मिट्टी को होगा उतना ही फायदा फूड प्रॉसेसिंग से जुड़े उद्यम को भी होगा।
पीएम ने किया प्रदर्शनी का शुभारंभ
इससे पहले प्रधानमंत्री ने यहां आयोजित विभिन्न उद्योग समूहों की ओर से लगाई गई प्रदर्शनी का शुभारंभ और अवलोकन किया। इस दौरान उनके साथ रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदितयनाथ भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री योगी आदितयनाथ ने प्रधानमंत्री को भगवान गणेश की मूर्ति भेंट कर उनका स्वागत एवं अभिनंदन किया। इस अवसर पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, डिप्टी सीएम, विधानसभा अध्यक्ष, विधानपरिषद् के सभापति, औद्योगिक क्षेत्र के प्रतिनिधिगण मौजूद रहे।
सीएम योगी आदित्यनाथ के संबोधन की बड़ी बातें
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को चौथी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के शुभारंभ के लिए प्रदेश आगमन पर प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया और 10 लाख करोड़ से अधिक की परियोजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आए हुए निवेशकों व उद्यमियों का भी स्वागत किया। इस अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि आज यूपी अपनी प्रतिभा और अनलिमिटेड पोटेंशियल को पहचान कर सुरक्षा, सुशासन और विकास से जुड़ चुका है।
सीएम योगी ने कहा कि यह भूमि भगवान श्रीराम की है, गोपेश्वर श्रीकृष्ण की है, बाबा विश्वनाथ की है, ऋषि मुनियों की कृपा भूमि है, मां गंगा, यमुना और सरयू जैसी नदियों का आशीर्वाद भी इसको प्राप्त हुआ है, यह धन्य भूमि है, पुण्य भूमि है, यह उद्यम और उद्यमता की भी भूमि है। आज उत्तर प्रदेश भारत के श्रम शक्ति पुंज को एक अर्थशक्ति पुंज के रूप में बनाने की ओर अग्रसर हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 10 वर्ष में हमारा देश 11वीं अर्थव्यवस्था से 5वीं अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी जी के तीसरे कार्यकाल में भारत दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था बनेगा, इसमें किसी को कोई संदेह नहीं। यह मोदी जी की गारंटी है, इस पर यूपी को भी यकीन है। इस संकल्प के साथ जुड़ते हुए उत्तर प्रदेश ने स्वयं को वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए हमने स्किल, स्केल और स्पीड पर फोकस किया है। आप सभी उद्यमियों का सहयोग मिलता रहा तो यह लक्ष्य निश्चित ही सिद्ध होगा।
यूपी ने वैल्यूज के साथ वैल्यू एडिशन को भी जोड़ा
सीएम योगी ने सबसे पहले अयोध्या में 5 सदी के बाद प्रभु श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा और अबुधाबी में पहले हिंदु मंदिर की स्थापना के लिए पीएम मोदी की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि प्रकृति, परमात्मा और प्रतिभा की पुण्य भूमि उत्तर प्रदेश की जनता अपने इस चौथे ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के भव्य आयोजन पर आप सभी का स्वागत और अभिनंदन करती है। हम सभी का सौभाग्य है कि आज जब भारत अमृतकाल में प्रवेश कर चुका है तब इस ऐतिहासिक कालखंड में हम सभी इसके साक्षी और सहभागी बन पा रहे हैं। हमारा सौभाग्य है कि भारत के अमृतकाल के सारथी के रूप में हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का यशस्वी मार्गदर्शन और नेतृत्व प्राप्त हो रहा है। वर्ष 2018 के प्रथम इन्वेस्टर्स समिट के दौरान प्रधानमंत्री जी ने लखनऊ में कहा था कि यूपी में वैल्यूज है, वर्च्युज है, लेकिन इस बदले हुए समय में वैल्यू एडिशन की ज्यादा आवश्यकता है। सिर्फ वर्क कल्चर से नहीं, सिर्फ बिजनेस कल्चर से ही नहीं, बल्कि हर क्षेत्र में यूपी की जो स्ट्रेंथ है उसमें वैल्यू एडिशन की बहुत जरूरत है। आज 6 वर्ष बाद यह कहने में प्रसन्नता हो रही है कि प्रधानमंत्री जी के इन शब्दों को आत्मसात कर उत्तर प्रदेश ने अपनी नीतियां बनाईं, जिसके परिणामस्वरूप 6 वर्ष के भीतर ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का यह चौथा संस्करण आयोजित हो रहा है।
लाखों युवाओं के लिए बढ़ीं रोजगार की संभावनाएं
सीएम योगी ने कहा कि हम सब जानते हैं कि निवेश और औद्योगिक निवेश के बारे में भारतीय मनीषा क्या कहती आई है। आचार्य कौटिल्य ने कहा था कि आर्थिक समृद्धि के लिए तीन तत्वों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। पहली भूमि, दूसरी जनसंख्या और तीसरी पूंजी। यह कहते हुए गौरव की अनुभूति हो रही है कि यह तीनों तत्व आज उत्तर प्रदेश में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। वर्ष 2018 में जब हमने यूपी इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया था, तब हमारी सरकार ने अपना पहला ही वर्ष पूरा किया था, लेकिन ट्रांसफॉर्मेशन के उस शुरुआती चरण में भी आपने प्रदेश पर विश्वास जताया और परिणामस्वरूप 4.28 लाख करोड़ रुपए के प्रस्ताव उत्तर प्रदेश को प्राप्त हुए थे। आप सबके सहयोग से मात्र 5 माह में यानी जुलाई 2018 में पहली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में 61 हजार 700 करोड़ के निवेश वाली परियोजनाओं का शुभारंभ किया गया। जुलाई 19 में दूसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन किया गया, जिसमें 67 हजार करोड़ के निवेश प्रस्तावों का शुभारंभ हुआ। कोविड कालखंड के बावजूद तीसरा ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह अन्य दो संस्करणों की तुलना में और भी भव्य था, जिसमें 80 हजार करोड़ की परियोजनाओं का शुभारंभ किया गया। इन सभी परियोजनाओं के माध्यम से प्रदेश के लाखों युवाओं के लिए रोजगार की संभावनाएं आगे बढ़ीं।
जीबीसी 4.0 निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने का उत्सव
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में निवेश की संभावनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि 10-12 फरवरी 2023 के बीच आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की अभूतपूर्व सफलता से आप सभी परिचित हैं और उसके सहभागी रहे हैं। देश और दुनिया के उद्योग जगत ने हम पर विश्वास जताया। हमारी नीतियों पर भरोसा दिखाया और उत्तर प्रदेश को अब तक 40 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। आज इन्हीं निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने का उत्सव है। आज प्रधानमंत्री जी के कर कमलों से 10 लाख करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं का भूमि पूजन संपन्न होने जा रहा है। नया उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश से अब उद्यम प्रदेश बनकर भारत के ग्रोथ इंजन के रूप में विकसित भारत के संकल्प में एक विकसित उत्तर प्रदेश बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि यह ट्रांसफॉर्मेशन, ये बदलाव, ये स्पीड विकसित भारत के विकसित उत्तर प्रदेश की नई पहचान है। आपके सहयोगसे क्रियान्वित हो रही ये परियोजनाएं न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली है। आज के इस जीबीसी 4 में न केवल औद्योगिकीकरण को गति मिलेगी बल्कि प्रदेश के 34 लाख से अधिक युवाओं के लिए नौकरी और रोजगार के अवसर उपलब्ध करने का अद्भुत अवसर होगा।
यूपी पहचान रहा अपनी प्रतिभा और पोटेंशियल
सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश की विकासगाथा का जिक्र करते हुए कहा कि 2014 और 2017 के पहले उत्तर प्रदेश के नाम से लोग घबराते थे, आने से कतराते थे। आज वही यूपी अपनी प्रतिभा और अनलिमिटेड पोटेंशियल को पहचान कर सुरक्षा, सुशासन और विकास से जुड़ चुका है। देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में देश की अर्थव्यवस्था में 9.2 प्रतिशत का योगदान कर रहा है। हमारा राज्य आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त कर अपनी पहचान सशक्त कर रहा है। उत्तर प्रदेश के ट्रांसफॉर्मेशन से आप सभी सुपरिचित हैं। देश का 55 प्रतिशत एक्सप्रेसवे इसी प्रदेश में है। सबसे बड़ा रेल और रोड नेटवर्क भी यहीं पर है। ईस्टर्न और वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का जंक्शन भी इसी उत्तर प्रदेश में है। सबसे ज्यादा एयरपोर्ट वाला प्रदेश भी उत्तर प्रदेश ही है। चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे बनने जा रहा है। अभी हाल ही में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए नया एक्सप्रेस बनाने का निर्णय लिया है। ये एक्सप्रेसवे प्रदेश के कोने-कोने में मैन्युफैक्चरिंग के केंद्रों को निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान कर रहे हैं। हमारी तैयारी है कि अगले वर्ष की शुरुआत में जब आप प्रयागराज महाकुंभ में स्नान के लिए आएं तो गंगा एक्सप्रेसवे का सुखद अनुभव आपको प्राप्त हो सके।
यूपी में न मैनपावर की कमी है और न विलपावर का अभाव
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में जल, थल और नभ की बेहतरीन कनेक्टिविटी है। हम सब सौभाग्यशाली हैं कि उत्तर प्रदेश अपने लैंड लॉक स्टेट के बंधन को समाप्त कर चुका है। वाराणसी से हल्दिया तक यूपी पूर्वी बंदरगाह से जलमार्ग से जुड़ चुका है। उत्तर प्रदेश ने इनलैंड वाटरवेज अथॉरिटी का भी गठन किया है। ईज ऑफ बिजनेस और लीड्स रैंकिंग में हम अचीवर स्टेट हैं। यहां लैंड भी पर्याप्त है, बिजली भी भरपूर है। न मैन पावर की कमी है और न विल पावर का अभाव है। ईज ऑफ डूईंग बिजनेस, निवेश मित्र पोर्टल, निवेश सारथी पोर्टल, इन्सेंटिव मॉनीटरिंग सिस्टम के साथ ही प्रदेश की इन्वेस्टमेंट फ्रेंडली पॉलिसी का परिणाम है कि आज हर निवेशक यहां आना चाहता है। इसमें हर एक व्यक्ति की जवाबदेही है और पारदर्शिता है। उत्तर प्रदेश हर निवेशक का सम्मान करता है। अब तो लोग कहने लग गए हैं कि सुरक्षित निवेश यानि उत्तर प्रदेश। एक अभिनव प्रयास करते हुए हमारी सरकार ने प्रदेश में एफडीआई और फॉर्च्यून ग्लोबल 500 कंपनियों के निवेश को आकर्षित करने के लिए भी एक समर्पित नीति घोषित की है। किसी भी राज्य द्वारा बड़े पैमाने पर वैश्विक निवेश को आकर्षित करने का यह अपनी तरह पहला प्रयास है। इसका लाभ आप लोग अवश्य लेंगे।
पीएम के मार्गदर्शन व सीएम के नेतृत्व में देश का ग्रोथ इंजन बनकर उभरा है यूपीः नंद गोपाल ‘नंदी’
उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने जीसीबी 4.0 के उद्घाटन अवसर पर प्रधानमंत्री समेत समस्त अतिथियों, आगंतुकों व निवेशकों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि आज का दिन उत्तर प्रदेश के लिए विशेष है। आज का सुबह नया सवेरा लेकर आया है। आज हम सभी उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास की यात्रा के ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बन रहे हैं। यूपी की यह चौथी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का स्वर्णिम आयोजन है, जो भावी पीढ़ी का भविष्य उज्ज्वल व सुनहरा बनाएगी। पीएम नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन व सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश देश का ग्रोथ इंजन बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि इस सरकार के दो मजबूत पहिए हैं, जो यूपी के विकास की यात्रा की गाड़ी को दोगुनी रफ्तार प्रदान कर रहे हैं। एक पहिया विकास का है तो दूसरा विरासत का। अभी 22 जनवरी को पूरी दुनिया ने भारतीय संस्कृति के उत्थान का महापर्व देखा है और आज 19 फरवरी को औद्योगिक प्रगति का महाकुंभ संपन्न हो रहा है। नंदी ने कहा कि उद्योग की स्थापना व निवेश को आकर्षित करने के लिए सबसे बुनियादी आवश्यकता होती है विश्वसनीयता। जब कथनी व करनी एक हो, तभी निवेशकों का भरोसा अर्जित किया जा सकता है।
लखनऊ के सांसद और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का संबोधन
ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी 4-0 के उद्घाटन अवसर पर रक्षा मंत्री व लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व व मार्गदर्शन में यूपी समेत पूरा भारत प्रगति कर रहा है। उन्होंने कहा कि मैं फिर दोहराना चाहता हूं कि किसी भी विचार, घटना या मुद्दे को अलग तरीके से देखने का प्रधानमंत्री का नजरिया आपको बाकी नेताओं से अलग श्रेणी में लाकर खड़ा करता है। जहां पर सामान्य जनप्रतिनिधि आपदा देखता है, वहां प्रधानमंत्री जी का विजन उन्हें अवसर देखने की प्रेरणा देता है। जहां सामान्य जनप्रतिनिधि समस्या देखता है, वहां प्रधानमंत्री जी समाधान की ओर देखते हैं। जहां सामान्य जनप्रतिनिधि त्वरित लाभ की तरफ अपना ध्यान आकर्षित करता है, वहीं पीएम की दूरदर्शिता उन्हें चीजों को दूरगामी दृष्टि से आने वाले हजार साल के दृष्टिकोण से देखने को प्रेरित करती है। यही कारण है कि प्रधानमंत्री जी विश्व के नेतृत्व नभ में सबसे दैदीप्यमान नक्षत्र के रूप में दिखाई देते हैं।
आपके तीसरे व चौथे कार्यकाल तक इस विकास भवन का शिखर आसमां की बुलंदियों को छुएगा
रक्षा मंत्री ने कहा कि पीएम के नेतृत्व में देश सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास की भावना के साथ प्रगति कर रहा है। समाज का कोई भी वर्ग ऐसा नहीं है, जो खुद को अकेला नहीं पाता हो या किसी क्षेत्र में खुद को पीछे छूटा मानता हो। दस वर्ष में आपने भारत के विकास भवन की जो मजबूत नींव रखी है, उससे जनता को पूर्ण विश्वास है कि आपके तीसरे व चौथे कार्यकाल तक इस विकास भवन का शिखर आसमां की बुलंदियों को छुएगा।
उत्तर प्रदेश को विकास के पथ पर बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं सीएम योगी
रक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में यूपी आज क्रियाशील व प्रभावी मुख्यमंत्री के नेतृत्व में है, जो उत्तर प्रदेश को विकास के पथ पर बढ़ाने के लिए कमिटेड हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने सात वर्षों में उत्तर प्रदेश में इनवेस्टमेंट फ्रेंडली इनवायरमेंट क्रिएट करने की दिशा में जो प्रयास किए हैं, उसकी परिणीति है कि आज उत्तर प्रदेश में यह जीबीसी हो रही है। यह तो सिर्फ शुरुआत है, माननीय प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन व सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी जिस प्रकार यूपी आगे बढ़ रहा है। यह जीसीबी यूपी में निवेश लाने की दिशा में पॉथ ब्रेकिंग सेरेमनी साबित होगी। रक्षा मंत्री ने कहा कि आश्वस्त हूं कि यूपी विकास के नए आयाम गढ़ेगा और पीएम के मार्गदर्शन में हम सब मिलकर प्रदेश समेत पूरे देश को वैश्विक पटल पर आगे ले जाएंगे।
राजनेता और उद्योगपति साफ नीयत के साथ मिलकर काम करें तो राष्ट्र प्रगति करेगा
रक्षा मंत्री ने कहा कि आज का दिन उद्यमी बंधुओं का दिन है। एक समय था, जब जनप्रतिनिधियों व उद्योगपतियों की मुलाकात को बड़े संदेहास्पद दृष्टि से देखा जाता था। किसी भी जनप्रतिनिधि का उद्योगपतियों से मिलना राजनैतिक खतरे की घंटी से कम नहीं माना जाता था। माना जाता था कि राजनेता व उद्योगपतियों का गठजोड़ राष्ट्र के विकास के लिए अच्छा नहीं है। कोई इस ओर ध्यान देने वाला नहीं था कि राजनेता और उद्योगपति साफ नीयत के साथ मिलकर काम करें तो राष्ट्र प्रगति करेगा। यहीं पर किसी सामान्य जनप्रतिनिधि व प्रधानमंत्री में मूल अंतर दिखाई देता है। जब प्रधानमंत्री जी गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे, तबसे यह देश देख रहा है कि किस प्रकार उद्योगपतियों के साथ मिलकर गुजरात में वे बदलाव की ऐसी बयार लेकर आए हैं, जिसकी सुगंध भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया में दूर-दूर तक फैली है। देश के अनेक राज्यों के साथ ही गैर भाजपा शासित राज्य भी विकास के गुजरात मॉडल के साथ आगे बढ़ रहे हैं। आपने उद्योगपतियों व राजनेताओं के बीच के संबंध को संकल्प व राजनीतिक शुचिता के माध्यम से देश के विकास की अनिवार्य शर्त बना दिया है।