प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को मुस्लिम समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल से बातचीत की और एक चादर पेश की जिसे अजमेर शरीफ दरगाह में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स के दौरान रखा जाएगा। मोदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, “मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। हमारी बातचीत के दौरान, मैंने पवित्र चादर पेश की, जिसे ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स के दौरान प्रतिष्ठित अजमेर शरीफ दरगाह पर रखा जाएगा।”
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मोदी द्वारा साझा की गई तस्वीरों में, प्रधान मंत्री को प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत करते और उन्हें ‘चादर’ भेंट करते देखा गया। लगभग 10 सदस्यों वाले प्रतिनिधिमंडल को पीएम और एक फ्रेम वाली पेंटिंग के साथ पोज देते हुए भी देखा गया। बैठक में केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री स्मृति ईरानी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी भी शामिल हुए। ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती का 812वां वार्षिक उर्स 8 जनवरी को शुरू हुआ। भीलवाड़ा के गोरी परिवार ने 7 जनवरी को झंडा फहराया।
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सोमवार को अजमेर दरगाह के खादिमों ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र भेजा, जिसमें 13 से 21 जनवरी तक दरगाह में उर्स में भाग लेने वाले व्यक्तियों की सुरक्षा की गारंटी के लिए हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया गया। खादिमों की संस्था अंजुमन सैयद जादगान के सचिव सरवर चिश्ती ने कहा, ‘‘हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती का 812वां उर्स 13 जनवरी से 21 जनवरी तक हो रहा है और दुनिया भर से विभिन्न जाति, पंथ और धर्म के लोग इसमें शामिल होने के लिए दरगाहआएंगे।कृपया सुनिश्चित करें कि हमारे देश में कोई अप्रिय घटना न हो।” खादिमों (मौलवियों) ने प्रधानमंत्री को सोमवार को लिखे पत्र में उर्स में जायरीन की सुरक्षा सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है। चिश्ती ने प्रधानमंत्री को उर्स की मुबारकबाद भी दी।
Met a Muslim community delegation. During our interaction, I presented the sacred Chadar, which will be placed during the Urs of Khwaja Moinuddin Chishti at the esteemed Ajmer Sharif Dargah. pic.twitter.com/eqWIKy7VQ1