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झांसी/लखनऊ । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में घूरारी नदी को नया जीवन देने के लिए झांसी जिले की महिलाओं के उल्लेखनीय जल संरक्षण के प्रयासों की सराहना की। घूरारी नदी को नया जीवन देने और पानी की बर्बादी रोकने के लिए झांसी की महिलाओं की प्रशंसा करते हुए मोदी ने कहा कि यह देश के जल संकट को दूर करने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यहां जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झांसी में विशेष रूप से पानी की कमी वाले बुंदेलखंड क्षेत्र में स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की महिलाओं के प्रयासों को मान्यता देने के लिए मोदी को धन्यवाद दिया।
बयान में कहा गया कि इन महिलाओं ने ‘जल सहेली’ के रूप में घूरारी नदी को पुनर्जीवित करने के अभियान का नेतृत्व किया। इन महिलाओं ने मृतप्राय हो चुकी घुरारी नदी को जिस तरह से बचाया है, उसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। बयान के मुताबिक महिलाओं ने बोरियों में बालू भरकर ‘चेकडैम’ (छोटा बांध) तैयार किया, बारिश का पानी बर्बाद होने से रोका और नदी को पानी से लबालब कर दिया। इससे इस क्षेत्र के लोगों की पानी की समस्या तो दूर हुई ही, उनके चेहरे पर खुशियां भी लौट आईं। उन्होंने कहा कि कहीं नारी शक्ति जल शक्ति को बढ़ाती है तो कहीं जल शक्ति भी नारी शक्ति को मजबूत करती है।
उल्लेखनीय है कि झांसी के बबीना विकास खंड के सिमरावारी गांव में जल सहेलियों ने यह अनोखी पहल की थी। उन्होंने घुरारी नदी को पुनर्जीवित करने के लिए छह दिनों तक श्रमदान किया। बोरियों में बालू भरकर नदी का पानी रोक कर जलाशय बनाया और नदी को पानी से लबालब कर दिया। जल सहेलियों ने केवल एक नदी के पुनर्जीवन का काम ही नहीं किया है, बल्कि इससे उन्होंने समाज को एक महत्वपूर्ण संदेश भी दिया है। नदी में रोके गए पानी से स्थानीय लोगों को नहाने और जानवरों को पीने का पानी उपलब्ध हो रहा है। बयान में कहा गया कि झांसी ही नहीं, पूरे बुंदेलखंड क्षेत्र में योगी सरकार ने जल संरक्षण के लिए युद्धस्तर पर प्रयास किए हैं और तमाम चुनौतियों को पीछे छोड़ते हुए विंध्य और बुंदेलखंड के ज्यादातर परिवारों को पानी के कनेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं।
बयान के अनुसार, योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार हर घर नल से जल योजना में 95 प्रतिशत घरों तक नल से जल की आपूर्ति सुनिश्चित कर रही है। गांवों में तालाबों का पुनर्निर्माण, रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की स्थापना और जलाशयों की सफाई जैसे कदम उठाए गए हैं। इसके अतिरिक्त योगी सरकार प्रदेश में एसएचजी की महिलाओं को भी प्रोत्साहित कर रही है। जल संरक्षण के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों के चलते जल सहेलियों को प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार पहले भी सम्मानित कर चुकी है। बुंदेलखंड में जल संरक्षण से जुड़े कार्यों में ये जल सहेलियां सरकार का निरंतर सहयोग कर रही हैं।
जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने का काम भी ये जल सहेलियां कर रही हैं। बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताते हुए जल संरक्षण के लिए प्रेरणा बनीं मातृशक्ति का अभिनंदन किया। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, “ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा ‘मन की बात’ कार्यक्रम में जनपद झांसी के स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं द्वारा ‘जल सहेली’ के रूप में मृतप्राय घुरारी नदी के संरक्षण और पुनर्जीवन के लिए किये गए प्रयासों का उल्लेख, पूरे उत्तर प्रदेश के लिए गर्व का विषय है। इससे जल संरक्षण के कार्यों को नई ऊर्जा प्राप्त होगी।” उन्होंने कहा, “सैकड़ों जलाशयों के निर्माण में सहयोग कर महिला सशक्तिकरण की अद्भुत प्रतीक बनीं इन ‘जल सहेली’ महिलाओं ने अनेक चुनौतियों का सामना करते हुए जल संरक्षण एवं संवर्धन का एक बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया है। जल संरक्षण के लिए प्रेरणा बनीं मातृशक्ति का हार्दिक अभिनंदन एवं प्रधानमंत्री जी का आभार।