कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की ‘जहरीला सांप’ वाली टिप्पणी को लेकर पार्टी पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस और उसके नेता अब तक 91 बार अलग-अलग तरह से उन्हें अपमानित कर चुके हैं।
मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस उनके खिलाफ अपशब्द कह रही है क्योंकि उन्होंने भ्रष्टाचार के सभी स्रोत बंद कर दिये हैं।
कांग्रेस पर कर्नाटक में लिंगायत समुदाय का भी अपमान करने का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि पार्टी ने बाबासाहेब आंबेडकर और वीर सावरकर को भी अपशब्द कहे हैं।
कर्नाटक में 29 मार्च को चुनाव कार्यक्रम की घोषणा होने के बाद पहली बार प्रचार के लिए राज्य के दौरे पर आए प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर प्रहार करते हुए कहा कि लोग उसकी गालियों का वोटों से जवाब देंगे और वे (कांग्रेस नेता) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जितना कीचड़ उछालेंगे, उतना ही कमल खिलेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को एक नया नारा ‘इ बारिया निरधारा, बहुमतदा बीजेपी सरकारा’ (इस बार का निर्णय, बहुमत की भाजपा सरकार) दिया और विश्वास जताया कि पूर्ण बहुमत हासिल करके पार्टी सत्ता बरकरार रखेगी।
मोदी ने कहा, ‘‘कांग्रेस आम आदमी के बारे में बात करने वाले, उनके (कांग्रेस के) भ्रष्टाचार को सामने लाने वाले और स्वार्थ की उनकी राजनीति पर वार करने वाले हर व्यक्ति से नफरत करती है। ऐसे लोगों के खिलाफ कांग्रेस की नफरत गहरी होती जाती है। इस चुनाव में भी कांग्रेस ने एक बार फिर मुझे अपशब्द कहना शुरू कर दिया है।’’
बीदर जिले के हुमनाबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘किसी ने मेरे खिलाफ इस्तेमाल किए जा रहे इस तरह के अपशब्दों की सूची बनाई और मुझे भेजा। अभी तक कांग्रेस के लोग 91 बार अलग-अलग तरह से मुझे अपशब्द कह चुके हैं। अगर कांग्रेस ने अपशब्दों के इस शब्दकोष पर समय व्यर्थ करने के बजाय सुशासन और अपने कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने पर ध्यान दिया होता, तो उसकी इतनी दयनीय स्थिति नहीं होती।’’
उल्लेखनीय है कि कर्नाटक में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए खरगे ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री मोदी की तुलना जहरीले सांप से की थी। हालांकि, विवाद पैदा होने के बाद उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी टिप्पणी प्रधानमंत्री के खिलाफ नहीं, बल्कि सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ थी।
मोदी ने कहा, ‘‘गरीबों और देश के लिए काम करने वालों का अपमान करना कांग्रेस का इतिहास रहा है। मैं इकलौता नहीं हूं, जिस पर इस तरह का हमला किया गया है। पिछले चुनाव में उन्होंने ‘चौकीदार चोर है’ अभियान चलाया था, फिर उन्होंने कहा ‘मोदी चोर’ है, फिर उन्होंने कहा ‘ओबीसी समुदाय चोर’ है और अब कर्नाटक में चुनाव प्रचार शुरू होते ही उन्होंने मेरे लिंगायत भाइयों और बहनों को चोर बताने की हिमाकत दिखाई है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस के नेता कान खोलकर सुनें, जब भी आपने किसी को अपशब्द कहे हैं, उन्होंने (मतदाताओं ने) आपको इस तरह से दंड दिया है कि आप उसे सहन नहीं कर पाए। इस बार कर्नाटक के लोगों ने अपशब्दों और उनके गौरव को पहुंचाई गई क्षति का वोटों के जरिये जवाब देने का फैसला किया है।’’
मोदी ने कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने उन्हें अपशब्द कहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ऐसी पार्टी है, जिसने बाबासाहेब आंबेडकर को भी अपशब्द कहे थे।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘बाबासाहेब आंबेडकर ने एक बार खुद कहा था कि कांग्रेस ने बार-बार उन्हें अपशब्द कहे। कांग्रेस ने बाबासाहेब आंबेडकर को ‘राक्षस’, ‘राष्ट्रद्रोही’, ‘दगाबाज दोस्त’ कहा था… आप सुनकर हैरान रह जाएंगे। आज भी हम देखते हैं कि कांग्रेस कैसे वीर सावरकर को अपशब्द कहती है। कांग्रेस ने इस देश के दिग्गज नेताओं को अपशब्द कहे हैं।’’
मोदी ने कहा, ‘‘इसे देखते हुए मुझे लगता है कि कांग्रेस मेरा सम्मान करती है, जैसा कि उसने बाबासाहेब आंबडेकर और वीर सावरकर का किया, क्योंकि कांग्रेस उसी तरह से मुझे भी अपशब्द कहती है। मैं इसे अपने लिए उपहार के तौर पर मानता हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस को मेरे लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करने दीजिए, मैं देश और उसके लोगों के लिए काम करना जारी रखूंगा। आपके आशीर्वाद से उनके सभी अपशब्द मिट्टी में मिल जाएंगे। कांग्रेस के लोग समझ लें कि आप हम पर जितना कीचड़ उछालेंगे, उतना ही कमल खिलेगा।’’
बाद में बेलगावी जिले के कुडची में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने नया नारा ‘इ बारिया निरधारा, बहुमतदा बीजेपी सरकारा’ (इस बार का निर्णय, बहुमत की भाजपा सरकार) दिया और विश्वास जताया कि पूर्ण बहुमत हासिल करके पार्टी सत्ता बरकरार रखेगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस उनके खिलाफ अपशब्द कह रही है क्योंकि उन्होंने भ्रष्टाचार के सभी स्रोत बंद कर दिये हैं। मोदी ने दावा किया कि सिर्फ भाजपा ही कर्नाटक में स्थिर और मजबूत सरकार दे सकती है।
प्रधानमंत्री ने 10 मई के विधानसभा चुनाव में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिलने का दावा किया। उल्लेखनीय है कि 2008 और 2018 में पार्टी को बहुमत नहीं मिला था, जब वह (विधानसभा चुनावों में) सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी। उन मौकों पर पार्टी को अपना पाला बदलने वाले विपक्षी दलों के विधायकों और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनानी पड़ी थी।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मोदी ने कांग्रेस के भ्रष्टाचार के रास्तों को बंद कर दिया है। कांग्रेस का मतलब भ्रष्टाचार है। कांग्रेस के शासन के दौरान ‘भ्रष्टाचार काल’ था, जबकि भाजपा के शासन के दौरान ‘अमृत काल’ है। कांग्रेस चिंतित है क्योंकि उसके सभी स्रोत बंद कर दिये गये हैं, इसलिए वे ‘मोदी तेरी कब्र खुदेगी’ नारे लगा रहे हैं। कांग्रेस मोदी की कब्र खोदने में व्यस्त है, जबकि लोग कमल का खिलना सुनिश्चित कर रहे हैं।’’
वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने विजयपुरा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया पर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस नेता सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने के नाम पर वोट मांग रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कर्नाटक के लोग ‘थकी और हारी’ हुई कांग्रेस को नहीं, बल्कि जोश से भरी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को चुनेंगे।
मोदी ने कहा, ‘‘कांग्रेस के एक नेता अपनी सेवानिवृत्ति के नाम पर वोट मांग रहे हैं। उनका सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा है-‘यह मेरा आखिरी चुनाव है। मुझे एक मौका दें। वे किस दयनीय स्थिति में पहुंच गए हैं।