प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘भारत मोबिलिटी’ वैश्विक प्रदर्शनी में कहा कि भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है, आने वाले वर्षों में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने को तैयार है। उन्होंने कहा कि आज का भारत 2047 तक विकसित होने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का आर्थिक शक्ति केंद्र बनने के करीब, परिवहन क्षेत्र को इसमें अहम भूमिका निभानी है। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने उद्योग से बैटरी विनिर्माण के लिए स्थानीय तौर पर उपलब्ध कच्चे माल का उपयोग करने के लिए अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा देने को कहा।
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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहले चरण में ट्रक, टैक्सी ड्राइवरों के लिए राजमार्गों के किनारे 1,000 आधुनिक विश्राम गृह बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जब मेरी पहली टर्म थी उस समय मैंने एक ग्लोबल लेवल की मोबिलिटी कांफ्रेंस प्लान की थी। उस समय की आप चीजें देखेंगे कि बैट्री पर हमारा फोकस क्यों होना चाहिए, इलेक्ट्रिक व्हीकल की तरफ हमें कैसे जल्दी जाना चाहिए…इन विषयों पर विस्तार से वो समिट हुआ था। आज मैं अपनी दूसरी टर्म में देख रहा हूं कि खासी मात्रा में प्रगति हो रही है और मुझे विश्वास है कि तीसरी टर्म में भी यह तेजी से आगे बढ़ेगा।
मोदी ने कहा कि हमारी सरकार के तीसरे टर्म में भारत का दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना तय है। पिछले 10 वर्षों में करीब 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। उन्होंने कहा कि आज भारत में बड़ी संख्या में नव मध्यम वर्ग बना है। जिसकी अपनी आशा है, अपनी आकांक्षाएं हैं। दूसरी ओर, आज भारत में मध्य वर्ग का दायरा भी तेजी से बढ़ रहा है। मध्य वर्ग की इनकम भी बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले 10 साल में देश में करीब 12 करोड़ गाड़ियां बिकीं। हालाँकि, 2014 के बाद से देश में 21 करोड़ से अधिक वाहन बेचे गए हैं। 10 साल पहले, लगभग 2,000 इलेक्ट्रिक वाहन बेचे जा रहे थे। हालाँकि, अब 12 लाख इलेक्ट्रिक वाहन बेचे जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 में भारत का पूंजीगत व्यय 2 लाख करोड़ रुपये से कम था। आज ये बढ़कर 11 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया है। यह घोषणा भारत के गतिशीलता क्षेत्र के लिए ढेर सारे अवसर लेकर आई है। उन्होंने कहा कि जो ट्रक चलाते हैं, जो टैक्सी चलाते हैं, वो ड्राइवर हमारी सामाजिक और आर्थिक व्यवस्था का एक अभिन्न हिस्सा हैं। अक्सर ये ड्राइवर्स घंटों-घंटों लगातार ट्रक चलाते हैं, इनके पास आराम का समय नहीं होता। ड्राइवर्स को बीच सफर में आराम देने के लिए केंद्र सरकार ने एक नई योजना पर काम शुरू किया है। इस योजना के तहत सभी नेशनल हाईवेज पर ड्राइवरों के लिए नई सुविधाओं वाले आधुनिक भवनों का निर्माण होगा।
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नरेंद्र मोदी ने कहा कि रिसर्च और टेस्टिंग को और बेहतर करने के लिए नेशनल प्रोजेक्ट को 3,200 करोड़ रुपए दिए गए हैं। नेशनल इलेक्ट्रिक मोबिलिटी मिशन की मदद से भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के निर्माण को नई गति मिली है। EV की गति को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने करीब 10 हजार करोड़ का निवेश किया है। उन्होंने कहा कि भारत का किसान आपकी रबर की आवश्यकता को पूरी कर सकता है। आज रिसर्च करके जेनिटिकली मोडिफाई किए हुए रबर ट्री पर बहुत काम हुआ है। भारत में अभी इसका उतना इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। मैं टायर बनाने वालों से आग्रह करूंगा कि आप किसानों के साथ जुड़िए। जब किसान मजबूत होगा तो देश में चार गाड़ी और खरीदेगा।