प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में 16 आवासीय विद्यालयों का उद्घाटन किया, जिन्हें “अटल आवासीय विद्यालय” के नाम से जाना जाता है। लगभग 1,115 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित इन स्कूलों का उद्देश्य वंचित पृष्ठभूमि के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है, जिसमें मजदूरों, निर्माण श्रमिकों की संतानें और COVID-19 महामारी के दौरान अनाथ हुए बच्चे शामिल हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि बाबा के आशीर्वाद से काशी का सम्मान आज नई ऊंचाइयों को छू रहा है। G20 समिट के जरिए भारत ने पूरी दुनिया में अपना झंडा गाड़ा है। लेकिन उसमें काशी की चर्चा विशेष है। काशी की सेवा, स्वाद, संस्कृति और काशी का संगीत, G20 का हर मेहमान इसे अपनी यादों में समेट कर साथ लेकर गया है।
इसे भी पढ़ें: ‘तीन दशक से लटका था महिला आरक्षण बिल’, PM Modi बोले- महिलाओं की ताकत है कि विरोधियों ने भी समर्थन किया
मोदी ने कहा कि G20 की अद्भुत सफलता महादेव के आशीर्वाद से ही संभव हुई है। बाबा की कृपा से काशी अब विकास के ऐसे आयाम गढ़ रही है, जो अभूतपूर्व है। उन्होंने कहा कि 2014 में जब मैं यहां आया था, तो मैंने जिस काशी की कल्पना की थी, विकास और विरासत का वो सपना अब धीरे-धीरे साकार हो रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि बनारस के लोगों के प्रयास से आने वाले वर्षों में ये सांस्कृतिक महोत्सव अपने आप में काशी की एक अलग पहचान बनने वाला है। उन्होंने कहा कि काशी और संस्कृति एक ही ऊर्जा के दो नाम हैं। काशी को तो देश की सांस्कृतिक राजधानी होने का गौरव प्राप्त है, यहां की गली गली में गीत गूंजते हैं। ये स्वाभाविक भी है, क्योंकि ये नटराज की अपनी नगरी है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि सारी नृत्य कलाएं नटराज के तांडव से ही प्रकट हुई हैं। सारे स्वर महादेव के डमरू से उत्पन्न हुए हैं। सारी विद्याओं ने बाबा के विचारों से जन्म लिया है। उन्होंने कहा कि आज यहां काशी सांसद खेल प्रतियोगिता के पोर्टल को भी लॉन्च किया गया है। सांसद खेल प्रतियोगिता हो, सांस्कृतिक महोत्सव हो, ये तो काशी में नई परंपराओं की शुरुआत है। उन्होंने कहा कि अब यहां काशी सांसद ज्ञान प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा। कोशिश यही है कि काशी के इतिहास, समृद्ध विरासत, यहां के त्योहार, यहां के खानपान के प्रति जागरूकता और बढ़े। उन्होंने कहा कि बनारस सदियों से शिक्षा का भी बड़ा केंद्र रहा है। बनारस की शैक्षणिक सफलता का सबसे बड़ा आधार है-इसका सर्वसमावेशी स्वभाव! देश-दुनिया के कोने-कोने से लोग आकर यहां पढ़ाई करते हैं।
इसे भी पढ़ें: PM Modi ने Varanasi में रखी क्रिकेट स्टेडियम की आधारशिला, बोले- पूर्वांचल के युवाओं के लिए वरदान जैसा
मोदी ने कहा कि आज इसी भावना को केंद्र में रखकर हमनें यहां से अटल आवासीय विद्यालयों का शुभारंभ किया है। आज जिन विद्यालयों का लोकार्पण हुआ है, उन पर करीब 11सौ करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। उन्होंने कहा कि ये इतने भव्य स्कूल हमारे यहां मजदूरी करने वाले लोगों और समाज के सबसे कमजोर वर्ग के बच्चों के लिए हैं। यहां उनको अच्छे संस्कार मिलेंगे, अच्छी और आधुनिक शिक्षा मिलेगी। जिनकी कोरोना में दुःखद मृत्यु हो गई, उनके बच्चों को भी इन आवासीय विद्यालयों में निःशुल्क पढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के जरिए हमने शिक्षा व्यवस्था की पुरानी सोच को भी बदला है। अब हमारे विद्यालय आधुनिक बन रहे हैं। Classes स्मार्ट हो रही हैं। भारत सरकार ने देश के हजारों स्कूलों को आधुनिक बनाने के लिए पीएम-श्री अभियान भी शुरू किया है।