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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को नई दिल्ली के भारत मंडपम में पहले राष्ट्रीय रचनाकार पुरस्कार का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव भी शामिल है। इस पुरस्कार का उद्देश्य कहानी कहने, सामाजिक परिवर्तन, पर्यावरणीय स्थिरता, शिक्षा और गेमिंग जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट और प्रभावशाली डिजिटल रचनाकारों को सम्मानित करना है। यह पुरस्कार अधिक लोगों को सकारात्मक बदलाव के लिए अपनी क्रिएटिविटी का उपयोग करने के लिए प्रेरित करने का भी प्रयास करेगा।
इन क्रिएटर्स को मिला अवॉर्ड
सम्मानित होने वालों में पंखती पांडे शामिल हैं, जिन्हें ‘ग्रीन चैंपियन’ श्रेणी में पुरस्कार मिला, कीर्तिका गोविंदासामी को सर्वश्रेष्ठ कहानीकार का पुरस्कार मिला, गायिका मैथिली ठाकुर को ‘सांस्कृतिक राजदूत ऑफ द ईयर पुरस्कार’ मिला, गौरव चौधरी को टेक श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ निर्माता का पुरस्कार मिला। वहीं कामिया जानी को पसंदीदा यात्रा निर्माता के लिए चुना गया है।
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी कंटेंट क्रिएटर्स को संबोधित भी किया है। पीएम मोदी ने सभा को संबोधित किया और अमदावादियों (गुजरात की राजधानी अहमदाबाद के निवासियों) के बारे में एक मजेदार कहानी भी सभी के साथ शेयर की है। उन्होंने कहा कि एक बार एक ट्रेन अहमदाबाद स्टेशन पहुंची और ऊपरी बर्थ पर बैठे एक यात्री ने निचली बर्थ पर बैठे व्यक्ति से स्टेशन का नाम पूछा। उन्होंने जवाब दिया, ‘अगर आप मुझे 25 पैसे (एक रुपये का चौथाई) देंगे तो मैं आपको स्टेशन का नाम बता दूंगा।’
ऊपरी बर्थ पर बैठे यात्री ने कहा, ‘परेशान मत हो, मुझे पता है कि यह अहमदाबाद है।’ बता दें कि नेशनल क्रिएटर्स अवार्ड को जनता से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। पहले दौर में 20 विभिन्न श्रेणियों में 1.5 लाख से अधिक नामांकन जमा किए गए थे। दूसरे राउंड में उम्मीदवारों को लिए 10 लाख से अधिक वोट व्यूअर्स ने डाले, जिसके बाद अंत में कुल 23 विजेताओं का चयन किया गया है, जिनमें से तीन क्रिएटर्स विदेशी भी है।