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PM Modi मिस्र और अमेरिका की यात्रा के बाद स्वदेश लौटेंगे, बीजेपी करने वाली है शानदार स्वागत

पीएम नरेंद्र मोदी ने अमेरिका और मिस्र की यात्रा को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। इस यात्रा को पूरा करने के बाद पीएम मोदी के भव्य स्वागत की भी तैयारियां की गई है। इस दिशा में भारतीय जनता पार्टी ने तैयारी की है, कि जब देर रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वदेश लौटेंगे तो उनका शानदार स्वागत होगा।
बता दें कि पालम एयरपोर्ट पर प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी का विमान उतरेगा। इसके बाद पीएम मोदी का शानदार स्वागत किया जाएगा। इसके लिए बीजापी के तमाम सांसद पालम एयरपोर्ट पर उपस्थित होंगे। यहां तक की बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी देर रात को पीएम का अभिवादन करने के लिए एयरपोर्ट पहुंचेंगे।
बता दें कि अमेरिका की अपनी पहली राजकीय यात्रा को लेकर पीएम मोदी वहां 20 जून को पहुंचे थे। इसके बाद 21 जून को न्यूयॉर्क में उन्होंने योग दिवस का नेतृत्व किया था, जिसका आयोजन यूएन मुख्यालय में किया गया था। इस यात्रा में पीएम मोदी ने राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ भी द्विपक्षीय बैठक की थी, जिसमें उन्होंने कई चर्चाएं की थी।
अमेरिकी संसद को किया संबोधित
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पीएम मोदी ने सम्मान में राजकीय डिनर का आयोजन किया था। इसके अलावा पीएम मोदी ने अमेरिकी संसद को भी संबोधित किया था, जहां उनके लिए जोरदार तालियां बजाई गई थी। इससे साफ जाहिर होता है कि पीएम मोदी विदेश में भी नेताओं के बीच काफी फेमस है। पीएम ने इसके अलाव वाशिंगटन में भारतीय समुदाय को भी संबोधित किया था।
इसके अलावा पीएम मोदी 24 जून को मिस्र की यात्रा पर काहिरा पहुंचे थे। मिस्र के राष्ट्रपति अल-सिसी के निमंत्रण पर पीएम मोदी ने ये दौरा किया था। बता दें कि बीते 26 वर्षों के दौरान ये पहला मौका था जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री मिस्र की यात्रा पर था। इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने राष्ट्रपति समेत अन्य दिग्गज नेताओं के साथ बातचीत की थी। इस दौरान सभी नेताओं के बीच रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने पर बात हुई थी।
पुरस्कार से सम्मानित हुए पीएम मोदी
इस दौरान राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सिसी ने प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी को मिस्र का सबसे सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया है। पीएम मोदी को ऑर्डर ऑफ द नाइल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। पीएम मोदी को किसी मुल्क का दिया गया ये 13वां खास पुरस्कार है।
बता दें कि मिस्र ने इस पुरस्कार को दिए जाने की शुरुआत वर्ष 1915 में की थी। इस पुरस्कार को दिए जाने की शुरुआत मिस्र के सुल्तान हुसैन कामेल द्वारा हुई थी, जिसे आज तक जारी रखा गया है। बता दें कि वर्ष 1953 में मिस्र से राजशाही के खत्म होने के बाद मिस्र के देश बनने पर सर्वोच्च सम्मान के तौर पर ऑर्डर ऑफ नाइल का पुनर्गठन किया गया है।

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