केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और पुलिस ने संयुक्त रूप से त्रिपुरा में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले अगरतला में फ्लैग मार्च का आयोजन किया। इससे पहले 19 जनवरी को भी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और पुलिस ने संयुक्त रूप से फ्लैग मार्च निकाला था। इस दौरान काफी संख्या में अधिकारी भी उपस्थित रहे।
इससे पहले, राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) परमिता पांडे के अनुसार, जनता के बीच विश्वास जगाने के लिए फ्लैग मार्च किया गया था। एसडीपीओ (एनसीसी) परमिता पांडे ने कहा कि यह जनता के बीच विश्वास जगाने के लिए किया जा रहा है। हम उन्हें आश्वस्त करना चाहते हैं कि हम उनके साथ हैं।
अगरतला में महाराजा बीर बिक्रम (एमबीबी) हवाई अड्डे के पास उषाबाजार से शुरू हुआ फ्लैग मार्च अगरतला के गुर्जगबस्ती क्षेत्र तक किया गया था। इस दौरान कई पुलिस कर्मी उपस्थित रहे। बुधवार को राज्य के जिरानिया सब-डिवीजन में दो राजनीतिक दलों के समर्थकों के बीच राजनीतिक झड़प के दो दिन बाद उक्त मार्च आयोजित किया गया था। सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने इस मामले में रिपोर्ट मांगी है।
सूत्रों ने कहा कि ईसीआई ने 18 जनवरी को डीजीपी और मुख्य सचिव से दोपहर 3 बजे तक जिरानिया सब-डिवीजन (पश्चिम त्रिपुरा) में दो राजनीतिक दलों के समर्थकों के बीच झड़प की घटना पर रिपोर्ट मांगी है। कथित तौर पर, कथित हमला ईसीआई द्वारा तीन पूर्वोत्तर राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के लगभग आधे घंटे बाद हुआ।
ये है चुनाव आयोग का प्लान
पूर्वोत्तर के 3 राज्य मेघालय, त्रिपुरा और नागालैंड में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। तीनों ही राज्यों में 60-60 सीटें हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने चुनावी तारीखों का ऐलान किया है। गौरतलब है कि तीनों राज्यों में कार्यकाल मार्च में खत्म हो रहा है। तीनों ही राज्यों में आचार संहिता लागू हो गया। नागालैंड और मेघालय में एक चरण में चुनाव होंगे। मेघालय और नगालैंड में 27 फरवरी को चुनाव होंगे। वहीं, त्रिपुरा में 16 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। चुनाव के नतीजे 2 मार्च को आएंगे। त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिए अधिसूचना 21 जनवरी को जारी होगी और नामांकन की आखिरी तारीख 30 जनवरी होगी। नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख दो फरवरी होगी और मतदान 16 फरवरी को होगा।