Breaking News

IAS Pooja Khedkar: फेक सर्टिफिकेट मामले पर आई पूजा खेडकर की पहली प्रतिक्रिया, कहा- मीडिया ट्रायल द्वारा मुझे दोषी साबित करना गलत

विवादों से घिरी ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर ने कहा कि वह समिति के समक्ष अपने खिलाफ सभी आरोपों का सामना करेंगी।वर्तमान में सिविल सेवा परीक्षा पास करने के लिए अपनी विकलांगता के बारे में कथित तौर पर झूठ बोलने के कारण जांच के दायरे में हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने इसे मीडिया ट्रायल बताते हुए कहा कि ये एक मीडिया ट्रायल है और लोग देख रहे हैं। आख़िरकार सच्चाई सामने आ ही जाएगी। भारतीय संविधान के मुताबिक, जब तक आरोप साबित न हो जाए तब तक किसी व्यक्ति को दोषी नहीं माना जा सकता। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे समिति के सामने जो कुछ भी कहना होगा, मैं कहूंगी और समिति जो भी निर्णय लेगी, मैं उसे स्वीकार करूंगी।

इसे भी पढ़ें: Puja Khedkar पर लगातार कसता जा रहा है शिकंजा, विकलांगता प्रमाण पत्र का सच भी सामने आया

शक्तियों और विशेषाधिकारों के कथित दुरूपयोग को लेकर विवादों में आईं भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की परिवीक्षाधीन अधिकारी पूजा खेडकर ने 2007 में एक निजी चिकित्सा महाविद्यालय में नामांकन कराने के दौरान फिटनेस प्रमाणपत्र जमा किया था। संस्थान के निदेशक ने सोमवार को यह जानकारी दी। पुणे के काशीबाई नवले मेडिकल कॉलेज के निदेशक डॉ अरविंद भोरे ने कहा कि हमारे कॉलेज में 2007 में दाखिला लेने के दौरान पूजा खेडकर द्वारा सौंपे गये मेडिकल फिटनेस प्रमाणपत्र में शारीरिक या मानसिक, किसी तरह की दिव्यांगता का उल्लेख नहीं किया गया था।

इसे भी पढ़ें: IAS Puja Khedkar के माता पिता हुए फरार, किसानों को धमकाने के आरोप में हुई थी एफआईआर

सिविल सेवा परीक्षा पास करने के लिए फर्जी दिव्यांगता और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) प्रमाण पत्र का इस्तेमाल करने की आरोपी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के पिता ने उनका बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने कुछ भी गैरकानूनी नहीं किया है। पूजा हाल ही में तब सुर्खियों में आईं जब उन्होंने पुणे में अपनी तैनाती के दौरान कथित तौर पर अलग केबिन और स्टाफ की मांग की थी और उसके बाद उनका अचानक वाशिम जिले में तबादला कर दिया गया। इसके बाद उन पर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) (आठ लाख रुपये से कम वार्षिक आय) और दृष्टिबाधित श्रेणियों के तहत सिविल सेवा परीक्षा देकर और मानसिक बीमारी का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करके आईएएस में स्थान प्राप्त करने के आरोप लगे।  

Loading

Back
Messenger