मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में प्रचार का शोर थमने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को दोनों राज्यों के मतदाताओं से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पक्ष में मतदान करने की अपील की।
उन्होंने दावा किया कि मध्य प्रदेश के लोग जहां कांग्रेस की ‘परिवारवादी’ राजनीति और ‘नकारात्मकता’ से नाराज हैं वहीं छत्तीसगढ़ की जनता ने ‘परिवर्तन’ का ‘नया अध्याय’ लिखने की ठान ली है।
मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर 17 नवंबर को मतदान होना है जबकि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत 17 नवंबर को ही 70 सीटों के लिए मतदान होगा। छत्तीसगढ़ की कुल 90 विधानसभा सीटों में से 20 पर सात नवंबर को मतदान हुआ था।
दोनों ही राज्यों में बुधवार शाम को चुनाव प्रचार समाप्त हो जाएगा। मतगणना तीन दिसंबर को होगी।
मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर मध्य प्रदेश में अपने चुनावी रैलियों व कार्यक्रमों के अनुभवों को साझा करते हुए एक पोस्ट में कहा, ‘‘लोगों में भाजपा के प्रति जो स्नेह है, भाजपा पर जो आस्था है, वो हमारी बहुत बड़ी पूंजी है।’’
उन्होंने दावा किया कि मध्य प्रदेश की नारी शक्ति इस चुनाव में आगे बढ़कर भाजपा का झंडा बुलंद कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह महिला सशक्तीकरण भाजपा की प्राथमिकता है, उसी तरह महिलाओं ने भाजपा सरकार की वापसी को अपनी प्राथमिकता बना लिया है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज की नयी पीढ़ी भारत के अगले 25 वर्षों और अपने 25 वर्षों को एक साथ जोड़कर देख रही है और इसलिए विकसित भारत के संकल्प को सिद्धि तक पहुंचाने के दायित्व को निभाने के लिए नौजवान भी कंधे से कंधा मिलाकर आगे आ रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘लोगों का ये अटूट विश्वास है कि 21वीं सदी का विकसित मध्य प्रदेश सिर्फ भाजपा ही बना सकती है। मध्य प्रदेश के लोग डबल इंजन की सरकार के लाभ को देख भी रहे हैं और इसकी जरूरत को समझते भी हैं।’’
मोदी ने दावा किया कि राज्य के लोग कांग्रेस की ‘परिवारवादी राजनीति और नकारात्मकता’ से ‘ज्यादा नाराज’ हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस के पास मध्य प्रदेश के विकास के लिए कोई दृष्टि नहीं है, कोई खाका नहीं है। मेरा सभी मतदाताओं से आग्रह है कि विकसित मध्य प्रदेश के लिए, विकसित भारत के लिए, भाजपा को चुनें, कमल को चुनें।’’
प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ के अपने चुनाव अभियान के अनुभव को ‘अद्भुत’ और ‘अभूतपूर्व’ करार दिया और कहा कि यहां के लोग जानते हैं कि ‘कुशासन और भ्रष्टाचार’ के शिकंजे से अगर राज्य को कोई निकाल सकता है तो वह भाजपा ही है।
उन्होंने दावा किया भाजपा ने ही छत्तीसगढ़ को बनाया और भाजपा ही उसे संवारेगी भी।
उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह राज्य के अनुसूचित जाति व जनजाति और अन्य पिछड़े वर्ग के युवा हमारे विकास मॉडल के साथ जुड़ रहे हैं, वो बहुत उत्साहित करने वाला है। छत्तीसगढ़ के युवाओं की ये शक्ति, परिवर्तन का नया अध्याय लिखने वाली है।’’
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ महिलाओं ने भी राज्य के विकास की ध्वज पताका खुद उठा ली है क्योंकि आज भारत जिस तरह महिला सशक्तीकरण के लिए प्रयास कर रहा है, उसका प्रभाव छत्तीसगढ़ में भी दिखता है।
उन्होंने दावा किया, ‘‘इस चुनाव में कांग्रेस की करारी हार तय है। जनता, भाजपा के सुशासन पर विश्वास कर रही है, कांग्रेस के खोखले वादों पर नहीं।
भाजपा अपने हर संकल्प को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है, वचनबद्ध है।’’
उन्होंने छत्तीसगढ़ के लोगों को विश्वास दिलाया कि राज्य में बनने वाली भाजपा की आगामी सरकार उनकी आकांक्षाओं और प्रदेश की समृद्धि की सरकार होगी।
दोनों ही राज्यों में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है। पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने दोनों ही राज्यों में भाजपा को सत्ता से बेदखल कर दिया था। हालांकि मध्य प्रदेश में कांग्रेस में बगावत के बाद कमल नाथ के नेतृत्व वाली सरकार 15 महीने बाद गिर गई थी।