मणिपुर सरकार ने छात्रों के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर इम्फाल पूर्व और इम्फाल पश्चिम जिलों में कर्फ्यू लगा दिया है और थौबल में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 (2) के तहत निषेधाज्ञा लागू की है। छात्र आंदोलन के बीच पूरे मणिपुर में पांच दिन के लिए इंटरनेट सेवा निलंबित की गयी। गृह विभाग की अधिसूचना के अनुसार यह जानकारी दी है। इसके अलावा शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा कि मणिपुर में ड्रोन, ‘हाईटेक’ मिसाइल हमले के बाद अत्याधुनिक रॉकेट के अवेशष मिले।
कांग्रेस मणिपुर को लेकर काफी ज्यादा सरकार की अलोचना कर रही हैं। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार पर मणिपुर में हो रही हिंसा पर ध्यान नहीं देने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पूर्वोत्तरी राज्य में शांति स्थापित करने के लिए तुरंत आवश्यक कदम उठाने की मंगलवार को अपील की।
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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गहलोत ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा कि मणिपुर में राज्यपाल आवास एवं मुख्यमंत्री के घर जैसे सुरक्षित स्थानों तक पर लगातार हमले हो रहे हैं लेकिन केन्द्र सरकार इस ओर कोई विशेष ध्यान नहीं दे रही है।
उन्होंने दावा किया कि पूर्वोत्तरी राज्य में अत्याधुनिक हथियारों एवं ड्रोन का इस्तेमाल कर आम लोगों पर हमले किए जा रहे हैं।
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गहलोत ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने असम में शांति स्थापित करने के लिए राज्य में कांग्रेस पार्टी की सरकार तक की कुर्बानी देने में संकोच नहीं किया था जिसके कारण आज तक वहां शांति का दौर स्थापित है।
कांग्रेस नेता ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से (लोकसभा में) नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सहित तमाम विपक्षी दल मणिपुर का दौरा करने की मांग कर रहे हैं। प्रधानमंत्री जी को मणिपुर में शांति स्थापना के लिए अब आवश्यक कदम उठाने में देरी नहीं करनी चाहिए एवं मणिपुर का दौरा करना चाहिए।