कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने सोमवार को कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के हितों की पैरवी को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अक्सर दिए जाने वाले बयान खाली गुलदस्ते की तरह हैं क्योंकि सत्तारूढ़ भाजपा देश में जाति जनगणना की मांग पर मौन बनी हुई है।
प्रियंका ने 17 नवंबर को होने वाले मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिये प्रचार तेज होने के बीच जाति जनगणना के मुद्दे को धार देते हुए यह बात कही। सूबे में जाति जनगणना कराना कांग्रेस के चुनावी वादों में शामिल है।
कांग्रेस महासचिव ने इंदौर-5 विधानसभा क्षेत्र में चुनावी सभा में कहा, ‘‘आपने प्रधानमंत्री मोदी की यह बात काफी सुनी होगी कि वह खासतौर पर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को आगे बढ़ाना चाहते हैं। उनकी यह बात खाली गुलदस्ते की तरह है क्योंकि जब हम कहते हैं कि देश में जाति जनगणना होनी चाहिए, तो ये लोग (भाजपा) चुप रहते हैं।’’
उन्होंने जाति जनगणना की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि देश में इस तरह की गिनती से अलग-अलग समुदायों के लोगों की वास्तविक तादाद पता चल सकेगी और इसके मुताबिक समाज में उनकी भागीदारी तय हो सकेगी।
प्रियंका ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘मोदी कह रहे हैं कि कांग्रेस के नेता आज भी इंदिरा गांधी के नाम पर वोट मांग रहे हैं, लेकिन खुद मोदी उनके हर भाषण में पंडित जवाहरलाल नेहरू का नाम लेते हैं। ऐसे में अगर मैं अपने भाषण में इंदिरा गांधी का नाम ले लूं, तो इसमें भला कौन-सी बुराई हो गई।’’
उन्होंने प्रधानमंत्री पर कटाक्ष जारी रखते हुए कहा, ‘‘मोदी ने यह भी कहा कि इन कांग्रेसियों का खून खराब है। इस पर मैंने सोचा कि मोदी ने पैथोलॉजी लैब कब से खोल ली, जो वह खून की जांच कर रहे हैं। अगली बार जब मुझे बुखार चढ़ेगा, तो मैं अपने खून के नमूने को जांच के लिए प्रधानमंत्री के पास भेज दूंगी।’’
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री चुनावी बेला में अपने पद की गरिमा के मुताबिक बयान नहीं दे रहे हैं।
प्याज और आम जरूरत की अन्य चीजों की महंगाई को लेकर केंद्र सरकार को पर हमला बोलते हुये प्रियंका ने कहा, ‘‘सरकार चुनाव आने पर ही महंगाई पर काबू पाने के प्रयास करती है। रसोई गैस सिलेंडर के दाम बढ़ते-बढ़ते 1,400 रुपये तक पहुंच गए और चुनावों के दो महीने पहले सरकार ने इसका दाम घटाकर 400 रुपये कर दिया। क्या इससे पहले लोग महंगाई से नहीं जूझ रहे थे।’’
कांग्रेस महासचिव ने मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावों से पांच महीने पहले शुरू की गई लाड़ली बहना योजना’’ को लेकर भी सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधा और कहा, सूबे में हर रोज 17 महिलाओं के साथ बलात्कार होता है। राज्य सरकार को महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल बनाना चाहिए था। क्या महिलाओं को नजर नहीं आ रहा कि इतने सालों में उनके लिए कुछ भी नहीं किया गया था।’’
लाड़ली बहना योजना’’ के तहत राज्य में 1.32 करोड़ महिलाओं को सरकारी खजाने से हर महीने 1,250 रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाती है।