वायनाड लोकसभा सीट पर उपचुनाव होने वाले है, जिसमें कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी इस बार चुनाव मैदान में उतरने वाली है। प्रियंका गांधी वाड्रा 23 अक्टूबर को अपना नामांकन दाखिल करेंगी। इस दौरान उनके साथ उनकी मां सोनिया गांधी, भाई राहुल गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे उपस्थित रहेंगे।
कांग्रेस महासचिव और यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) की उम्मीदवार प्रियंका गांधी आगामी वायनाड लोकसभा उपचुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल करेंगी। ये फैसला होने के बाद प्रियंका गांधी ने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से भी मुलाकात की। केरल की वायनाड संसदीय सीट के लिए नामांकन और चुनाव प्रचार से पहले उनका मार्गदर्शन और आशीर्वाद लिया।
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी वायनाड के कलपेट्टा में रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) के समक्ष नामांकन दाखिल करने के लिए उनके साथ रहेंगे। सूत्रों के अनुसार, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी सुबह 11 बजे रोड शो करेंगे और दोपहर 12 बजे नामांकन दाखिल करेंगे।
भारत के चुनाव आयोग द्वारा उपचुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद कांग्रेस ने 15 अक्टूबर को प्रियंका की उम्मीदवारी को मंजूरी दी थी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से 19 अक्टूबर को जारी एक बयान में कहा गया कि उपचुनावों के मद्देनजर कांग्रेस ने सरल पटेल को तत्काल प्रभाव से वायनाड का मीडिया समन्वयक नियुक्त किया है।
इससे पहले रविवार को वायनाड सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार नव्या हरिप्रसाद ने कहा कि आगामी उपचुनावों में उनके प्रतिद्वंद्वी को “कड़ी प्रतिस्पर्धा” का सामना करना पड़ेगा। नव्या हरिप्रसाद ने एएनआई से कहा, “मेरी प्रतिद्वंद्वी प्रियंका गांधी हैं और मैं बस इतना कह सकती हूं कि कांग्रेस को वायनाड में कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा। राहुल गांधी ने रायबरेली में अपनी सीट बरकरार रखने के लिए वायनाड की अपनी सीट छोड़ दी है। जब वायनाड के लोगों को भारी हार का सामना करना पड़ा, तो उनके पास संसद में अपने मुद्दे उठाने के लिए कोई प्रतिनिधि नहीं था।”