वामपंथी समूहों ने लेखिका अरुंधति रॉय और कश्मीर केंद्रीय विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर शेख शौकत हुसैन के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) कानून के तहत मुकदमा चलाने के आदेश के खिलाफ बृहस्पतिवार को यहां प्रदर्शन किया।
दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने पिछले सप्ताह रॉय और हुसैन पर 2010 में एक कार्यक्रम में कथित तौर पर भड़काऊ भाषण देने के लिए मुकदमा चलाने की मंजूरी दी थी।
दोनों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) कानून (यूएपीए) आरोप हटाने की मांग करते हुए बड़ी संख्या में छात्र और भाकपा-माले के सदस्य जंतर-मंतर पर एकत्र हुए।
ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) ने प्रतिवाद दिवस मनाया और उसके सदस्यों ने भी प्रदर्शन में भाग लिया।
रॉय और हुसैन ने21 अक्टूबर, 2010 को आजादी – एकमात्र रास्ता के बैनर तले आयोजित एक सम्मेलन में भाग लिया था।
राज निवास के अधिकारियों के अनुसार, सम्मेलन में जिन मुद्दों पर चर्चा हुई और जिन पर बात हुई, उनसे कश्मीर को भारत से अलग करने का दुष्प्रचार हुआ।