पंजाब पुलिस ने मंगलवार को दावा किया कि उसने तीन लोगों को गिरफ्तार कर कनाडा में रह रहे आतंकवादी’ लखबीर लंडा के एक ‘सब-मॉड्यूल’ का भंडाफोड़ किया है और एक लोडेड रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) लॉन्चर भी बरामद किया है।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि तरनतारन के सरहाली पुलिस थाने में रॉकेट संचालित ग्रेनेड हमले की जांच के तहत यह भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने एक बयान में कहा कि ‘सब-मॉड्यूल’ को कथित रूप से लंडा के निर्देश पर फिलीपीन से यादविंदर सिंह द्वारा नियंत्रित किया जा रहा था।
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान तरनतारन के चंबल गांव के रहने वाले कुलबीर सिंह, हीरा सिंह और दविंदर सिंह के रूप में हुई है। यादव ने कहा कि पुलिस ने यादविंदर सिंह के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है।
डीजीपी ने कहा, ‘‘आरपीजी की बरामदगी के साथ, पंजाब पुलिस ने राज्य में शांति और सद्भाव को बिगाड़ने के उद्देश्य से एक और संभावित आतंकवादी हमले को नाकाम कर दिया है।’’
इससे पूर्व, 9 दिसंबर को तरनतारन के सरहाली पुलिस थाना भवन में कथित तौर पर हमले को अंजाम देने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था और दो किशोरों को पकड़ा गया था। यह हमला पिछले सात महीनों में पंजाब में इस तरह की दूसरी घटना थी।
यादव ने कहा कि खुफिया अभियान के तहत पुलिस ने जिले के बिलियांवाला पुल पर नाकाबंदी की और सरहाली आरपीजी हमले के संबंध में कुलबीर सिंह और हीरा सिंह को गिरफ्तार किया। तरनतारन के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) गुरमीत सिंह चौहान ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि हमले के दिन उन्होंने यादविंदर सिंह के निर्देश पर एक आरपीजी उपलब्ध कराया था।