Breaking News

Manipur to Mumbai: 14 जनवरी से भारत न्याय यात्रा पर निकलेंगे राहुल गांधी, India Jodo Yatra से कितनी होगी अलग

इस साल की शुरुआत में भारत जोड़ो यात्रा के समापन के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी अगले महीने से ‘भारत न्याय यात्रा’ शुरू करेंगे। यह यात्रा 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले हो रही है, जहां कांग्रेस के नेतृत्व में एकजुट विपक्ष भारतीय जनता पार्टी से मुकाबला करना चाहता है। यात्रा की घोषणा पार्टी नेता केसी वेणुगोपाल ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान की। राहुल गांधी ने पिछले साल सितंबर में कन्याकुमारी से 4,080 किलोमीटर की भारत जोड़ो यात्रा शुरू की थी और 14 राज्यों – तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू और कश्मीर, हरियाणा, उत्तर प्रदेश को कवर करते हुए कश्मीर तक मार्च किया था।
 

इसे भी पढ़ें: सनातन विरोधी, पश्चिमी विचारों और असभ्यता का गठबंधन है आई.एन.डी.आई.ए.

– यह मार्च 6,200 किलोमीटर की दूरी तय करेगा और 14 राज्यों के 85 जिलों से होकर गुजरेगा।
– यात्रा में शामिल राज्यों में शामिल हैं: मणिपुर, नागालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र।
– मार्च को ज्यादातर बस के साथ-साथ पैदल भी तय किया जाएगा।
– कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे 14 जनवरी को इंफाल से यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे। वेणुगोपाल ने कहा, “यह यात्रा पूर्व-पश्चिम है, हम पहले ही दक्षिण-उत्तर यात्रा कर चुके हैं। मणिपुर के बिना हम यात्रा कैसे कर सकते हैं? हमें मणिपुर के लोगों के दर्द पर मरहम लगाने की कोशिश करनी है।”
– भारत न्याय यात्रा, नाम ही यात्रा के उद्देश्य को दर्शाता है, सबके लिए न्याय चाहिए।
– वेणुगोपाल ने कहा, “इस यात्रा में राहुल गांधी युवाओं, महिलाओं और हाशिए पर मौजूद लोगों से बातचीत करने वाले हैं।”
– यात्रा मणिपुर से प्रारंभ करने के कारण के बारे में पूछे जाने पर वेणुगोपाल ने कहा कि यह देश का महत्वपूर्ण हिस्सा है, साथ ही पार्टी उस पूर्वोत्तर राज्य के लोगों के ‘जख्मों पर मरहम’ लगाने की प्रक्रिया शुरू करना चाहती है।
-रमेश ने ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ जहां संविधान की प्रस्तावना के मूल ‘‘स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के इर्द-गिर्द केन्द्रित थी, वहीं ‘भारत न्याय यात्रा’ प्रस्तावना के पहले स्तंभ न्याय- सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक पर केन्द्रित है।’’ 

Loading

Back
Messenger