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राहुल गांधी ने तेलंगाना में पिछड़ी जाति के नेता को मुख्यमंत्री बनाने के भाजपा के वादे पर तंज कसा

तेलंगाना में पिछड़ी जाति के किसी नेता को मुख्यमंत्री बनाने के वादे को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तंज कसते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को पूछा कि भाजपा ऐसा कैसे कर सकती है, जबकि उसे बहुत कम वोट मिलने वाले हैं।
तेलंगाना के कलवाकुर्थी में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने दावा किया कि भाजपा नेता राज्य में अपनी संभावनाओं के बारे में ‘डींगे मारते’ रहते हैं, लेकिन कांग्रेस ने राज्य में ‘भाजपा की गाड़ी के चारों टायर को पंचर’ कर दिया है।
उन्होंने कहा, ‘‘आपको यहां दो प्रतिशत वोट मिलेंगे, तो आप मुख्यमंत्री कैसे बना सकते हैं।’’
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हाल में एक चुनावी रैली में कहा था कि 30 नवंबर के विधानसभा चुनाव में भाजपा के सत्ता में आने पर पिछड़े वर्ग के नेता को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा।

राहुल गांधी ने तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमेरिका जाएंगे और कहेंगे कि वह अमेरिका में एक ओबीसी को राष्ट्रपति बनाएंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘आप न तो अमेरिका में राष्ट्रपति बना पाएंगे और न ही यहां (तेलंगाना में) मुख्यमंत्री बना पाएंगे।’’
राहुल गांधी ने भाजपा और तेलंगाना की सत्तारूढ़ पार्टी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के बीच मौन सहमति के अपने आरोप को दोहराया।
उन्होंने कहा कि सभी विपक्षी नेताओं के खिलाफ ईडी और सीबीआई के मामले हैं और उनके (राहुल गांधी के) खिलाफ 24 मामले हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि उनकी लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी गई थी और उन्हें आवंटित सरकारी आवास भी वापस ले लिया गया था।

गांधी ने कहा कि पूरा भारत और पूरा तेलंगाना उनका घर है।
बाद में, जडचेरला में एक नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि पार्टी तेलंगाना में सत्ता में आने के बाद जाति जनगणना कराएगी।
उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस अगले साल लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र में सत्ता में आती है तो देश में भी जाति जनगणना कराई जाएगी।
गांधी ने आरोप लगाया कि जहां-जहां कांग्रेस और आमने-सामने होती है वहां असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम, भाजपा से पैसे लेकर अपने उम्मीदवार उतारती है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम जहां भी चुनाव लड़ने जाते हैं…असम, मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, त्रिपुरा… जहां भी कांग्रेस पार्टी भाजपा के साथ लड़ती है, एआईएमआईएम पार्टी, भाजपा से पैसे लेती है और वहां अपने उम्मीदवार खड़े करती है।

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