चर्चाओं के कई दौर के बाद अब राजस्थान के नए मुख्यमंत्री का ऐलान हो गया है जो कि भजन लाल शर्म होंगे। उनके नाम पर भाजपा विधायक दल की बैठक में मंगलवार 12 दिसंबर को मुहर लगी है। भजनलाल शर्मा सांगानेर से वर्तमान में विधायक है। 56 वर्षीय भजनलाल शर्मा द्वारा चुनाव आयोग में दाखिल हलफनामे के अनुसार उनकी सालाना आय 11.1 लाख रुपये है।
भजनलाल शर्मा पहली बार राजस्थान में विधायक बने है और वो कुल 1.5 करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक है। उनके पास मौजूद संपत्ति की बात करें तो 43.6 लाख रुपये की चल और एक करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है। देनदारी की बात करें तो उनपर 46 लाख रुपये की देनदारी है। बता दें कि भजनलाल एक कंपनी के मालिक भी है जिसका नाम श्री कृष्ण कन्हैया एंड कंपनी है। चुनाव आयोग को दिए ब्यौरे के अनुसार उनके पास 1,15,000 रुपये कैश, व अलग अलग बैंक अकाउंटों में कुल 11 लाख रुपये जमा है।
तीन तोला सोना होने की जानकारी भी उन्होंने दी है, जिसकी कीमत 1.80 लाख रुपये है। भजनलाल शर्मा के पास 2,83,817 रुपये की दो इंश्योरेंस पॉलिसी है। इसमें एक पॉलिसी एलआईसी और दूसरी एचडीएफसी लाइफ से ली गई है। गाड़ी की बात करें तो उनके पास पांच लाख रुपये की कीमत वाली एक टाटा सफारी है। वहीं 35 हजार की कीमत वाली एक टीवीएस विक्टर मोटरसाइकिल के भी वो मालिक है।
इस बार हुए विधानसभा चुनावों में भजनलाल ने कांग्रेस के उम्मीदवार पुष्पेंद्र भारद्वाज को 48,081 मतों से मात दी थी। जानकारी के मुताबिक भजनलाल शर्मा पोस्ट ग्रेजुएट हैं और चार बार राजस्थान बीजेपी के महासचिव रह चुके हैं।
जानें भजनलाल के बारे में
गौरतलब है कि भजनलाल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के करीबी माने जाते हैं और पहली बार विधायक बने है। वो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से भी जुड़े रहे है। मूल रूप से राजस्थान के भरतपूर से ताल्लुक रखने वाले भजन लाल ने जयपुर के पूर्व मेयर अशोक लाहोट को हराने के बाद सांगानेर सीट पर जीत पाई है। भजनलाल शर्मा को सीएम बनाए जाने को राजस्थान में ब्राह्मण समुदाय तक बीजेपी की पहुंच के तौर पर देखा जा रहा है। रेगिस्तानी राज्य में ब्राह्मणों की आबादी लगभग सात प्रतिशत है। उनके चुनावी हलफनामे के मुताबिक उनके पिता का नाम किशन स्वरूप शर्मा है। वह राजस्थान के भरतपुर निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता हैं। उन्होंने 1993 में राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर से एमए (राजनीति) पूरा किया।