राजस्थान पुलिस ने नए साल के लिए अपनी 10 प्राथमिकताएं तय की हैं जिसके तहत आदतन अपराधियों व संगठित गिरोहों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई पर जोर दिया जाएगा।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) उमेश मिश्रा ने दो श्रेणियों में पुलिस की प्राथमिकताओं को जारी किया है। दोनों श्रेणियों में 5-5 प्राथमिकताएं तय की गई हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि इन प्राथमिकताओं को सर्वोच्च रखते हुए इस साल विभाग द्वारा काम किया जाएगा।
प्राथमिकताओं के अनुसार काम करने के लिए सभी रेंज, जिला व यूनिट की पुलिस अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि नए साल के मद्देनजर राजस्थान पुलिस अपनी प्राथमिकताओं का निर्धारण करती है। इसके बाद पूरे वर्ष भर पुलिस विभाग इन प्राथमिकताओं को ध्यान में रखकर काम करता है।
इस साल की प्राथमिकताओं में महिलाओं, बच्चों व कमजोर वर्गों के विरुद्ध अपराधों का समयबद्ध निस्तारण तथा गुमशुदा बच्चों की तलाश के साथ संगठित गिरोह, कुख्यात अपराधियों के विरुद्ध सख्त निरोधात्मक कार्रवाई, साइबर अपराधों की रोकथाम एवं नियंत्रण एवं बेहतर यातायात प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया है।
प्रवक्ता के अनुसार राजस्थान पुलिस की वर्ष 2023 के लिए अपराध रोक संबंधी प्राथमिकताओं में पहले नंबर पर आपराधिक आसूचनाएं सुदृढ़ कर हिस्ट्रीशीटर हार्डकोर/ आदतन अपराधियों एवं संगठित गिरोहों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही एवं नियंत्रण है। वहीं, दूसरे नंबर पर मादक पदार्थों एवं अवैध हथियारों की तस्करी के विरूद्ध सख्त निरोधात्मक एवं दंडात्मक कार्रवाई को रखा गया है।
इसके साथ, प्रशासनिक प्राथमिकताओं में पहले नंबर पर आमजन में पुलिस की छवि में सुधार के लिए शिकायतकर्ता से मधुर व्यवहार एवं स्वागत कक्षों का प्रभावी उपयोग करने को रखा गया है।