से अपने पुरुष मित्र के साथ भागी 17 वर्षीय दलित किशोरी के साथ रविवार सुबह जोधपुर में तीन लोगों ने कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि किशोरी के साथ उसके पुरुष मित्र के सामने सामूहिक बलात्कार करने वाले तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
उन्होंने बताया कि घटना सुबह करीब 4 बजे पुराने जेएनवी विश्वविद्यालय परिसर के हॉकी ग्राउंड में हुई।
अधिकारी ने बताया कि सामूहिक बलात्कार के तीनों आरोपी एक छात्र नेता के लिए चुनाव प्रचार कर रहे थे, जो छात्र संघ चुनाव के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से टिकट पाने को प्रयासरत है।
हालांकि, एबीवीपी के एक पदाधिकारी ने कहा कि अपराध में शामिल आरोपियों का उससे कोई संबंध नहीं है।
जोधपुर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गृहनगर है। उन्होंने घटना के बारे में पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा से बात की और उन्हें आरोपियों की सख्त सजा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
घटना से एक दिन पहले शनिवार शाम मुख्य सचिव उषा शर्मा और पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने जोधपुर में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक की थी।
अधिकारी ने बताया कि घटना में शामिल तीन आरोपियों के अलावा, एक गेस्ट हाउस के एक कर्मचारी को भी पीड़िता और उसके पुरुष मित्र के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
वे दोनों (पीड़िता और उसका पुरुष मित्र) ठहरने के लिए गेस्ट हाउस में गए थे, तभी कर्मचारी ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
घटना के बारे में विस्तार से बताते हुए जोधपुर पुलिस उपायुक्त (पूर्व) अमृता दुहान ने बताया कि किशोरी और उसका पुरुष मित्र अजमेर से भाग गए थे। वे दोनों शनिवार रात करीब 10.30 बजे बस से अजमेर से जोधपुर पहुंचे थे और ठहरने के लिए एक गेस्ट हाउस में गए थे, जहां उसके संचालक सुरेश जाट ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
उन्होंने बताया कि इसके बाद किशोरी और उसके पुरुष मित्र वहां से वे पावटा चौराहा गए। जब वे पावटा चौराहे के पास बैठे थे, तभी समंदर सिंह भाटी, धर्मपाल सिंह और भट्टम सिंह (तीनों की उम्र 20-22 वर्ष) नाम के युवक उनके पास आये और दोनों को विश्वास में ले लिया।
उन्होंने उन्हें भोजन और शीतल पेय की पेशकश की।
उन्होंने बताया कि सुबह लगभग 4 बजे तीनों युवक उन्हें रेलवे स्टेशन पहुंचाने के बहाने पुराने जेएनवी विश्वविद्यालय परिसर में हॉकी ग्राउंड में ले गए। वहां किशोरी के पुरुष मित्र को बंधक बना लिया गया और किशोरी के साथ उन्होंने सामूहिक बलात्कार किया गया।
अधिकारी ने बताया कि घटना के तीन-चार घंटे के अंदर ही तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्होंने बताया कि समंदर जेएनवीयू में प्रथम वर्ष का छात्र है, भट्टम बीएड की पढ़ाई कर रहा है, जबकि धर्मपाल अजमेर से है और जेएनवीयू में स्नातकोत्तर का छात्र है।
इसबीच, जयपुर में एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक चौधरी ने एबीवीपी पर निशाना साधा और कहा कि सोमवार को एबीवीपी के खिलाफ राज्यपाल को ज्ञापन दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह घटना मानवता पर कलंक है। आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।
वहीं, एबीवीपी के राष्ट्रीय सचिव हुश्यार सिंह मीणा ने कहा कि वारदात में शामिल आरोपियों का एबीवीपी से कोई संबंध नहीं है।
उन्होंने कहा कि ‘‘एबीवीपी आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग करती है। राजस्थान की कानून व्यवस्था दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है और कांग्रेस सरकार द्वारा विश्वविद्यालय परिसरों की सुरक्षा की अनदेखी की जा रही है।’’
जयपुर में, कांग्रेस नेता और समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष अर्चना शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्री एवं जोधपुर से सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत इस मुद्दे पर चुप हैं क्योंकि आरोपी उनकी जाति के हैं।
उन्होंने कहा, जोधपुर के सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत हर मुद्दे पर ट्वीट करते हैं…ऐसे कई भाजपा नेता हैं जो गैर-मुद्दों को मुद्दा बनाते हैं और रोजाना संवाददाता सम्मेलन करते हैं, लेकिन आपको उनसे पूछना होगा कि वे इस मुद्दे पर चुप क्यों हैं।