रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को उसकी धरती पर आतंकवाद से निपटने में भारत की ओर से सहायता की पेशकश की है। समाचार एजेंसी एएनआई के साथ एक साक्षात्कार में राजनाथ सिंह ने इस्लामाबाद को आतंकवाद का उपयोग करके भारत को अस्थिर करने की कोशिश करने पर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी और कहा पाकिस्तान को आतंकवाद रोकना चाहिए और अगर वह असमर्थ महसूस करता है, तो भारत आतंकवाद को रोकने के लिए सहयोग करने के लिए तैयार है।
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एलएसी पर चीन द्वारा निर्माण और अरुणाचल प्रदेश के कई गांवों का नाम बदलने पर कहा कि एलएसी के उस पार जो उनकी ज़मीन है उसपर वे कुछ करते हैं, तो मैं इस संबंध में क्या कर सकता हूं। बॉर्डर के पास हमने भी काफी निर्माण किया है…लेकिन दोनों देशों की ओर से शांति स्थापित करने के प्रयास भी होने चाहिए।
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन मुद्दे पर कांग्रेस के घोषणापत्र को लेकर कहा कि मैं नहीं कहना चाहता कि कांग्रेस के कार्यकाल में क्या हुआ था, कितने हज़ार वर्ग किलोमीटर ज़मीन चीन के कब्ज़े में गई। लेकिन मैं देश की जनता को आश्वस्त करना चाहता हूं कि मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के रहते हुए एक इंच ज़मीन पर भी कोई कब्ज़ा नहीं कर सकता, एक इंच भी ज़मीन जाने नहीं देंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 1975 के आपातकाल पर कहा कि मुझे आपातकाल के दौरान मेरी मां के अंतिम संस्कार के लिए पैरोल भी नहीं दिया गया। वो लोग हम लोगों पर तानाशाही के आरोप लगाते हैं। अपने गिरेबान में झांक कर नहीं देखते हैं।