चैत्र नवरात्र की शुरुआत नौ अप्रैल को हो गई है। देश भर में धूमधाम के साथ नवरात्र का त्योहार मनाया जा रहा है। इस बार प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में भी चैत्र नवरात्र मनाया जा रहा है, जिसके नवमी के दिन रामनवमी मनाई जाएगी। ये पहला मौका है जब राम मंदिर में धूमधाम के साथ रामनवमी मनाई जाएगी।
ये पहला मौका है जब रामनवमी से पहले नवरात्र के लिए चांदी की चौकी पर कलश स्थापना भी की गई है। बता दें कि रामनमवी से पहले नवरात्र के दौरान नौ दिनों तक प्रभुराम के दरबार में देवी देवताओं की पूजा आराधना होगी। इस दौरान राम मंदिर में दुर्गा सप्तशती का पाठ होगा। नवरात्र के दौरान राम मंदिर में खास व्यवस्थाएं की गई है। नवरात्र मनाने के लिए इस बार राम मंदिर में रामलला को 56 व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा। चैत्र नवरात्रि में मनने वाली रामनवमी की भी खास तैयारियां की जा रही है। रामनवमी इस बार बेहद अद्भुत और अलौलिक होने वाली है।
बता दें कि रामनवमी इस वर्ष 17 अप्रैल की दोपहर 12 बजे से पहले रामलला अपने भव्य महल में जन्म लेंगे। नवरात्र के नौ दिनों तक रामलला के दरबार में खास पूजा अर्चना होगी। दुर्गा सप्तशती का पाठ होगा। नौ दिनों तक व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा। प्रभु श्रीराम और देवी देवताओं का विधि विधान के साथ पूजन होगा। नवरात्र के लिए खास पूजन विधि बनाई गई है, जिसके मुताबिक ही पूजन किया जाएगा। रोजाना वेद मित्रों से हवन कुंड में आहुतियां डाली जाएंगे।
की जाएगी भव्य कलश स्थापना
राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का कहना है कि चैत्र नवरात्र के पहले दिन राम मंदिर में भव्य चांदी की चौकी पर कलश स्थापना होगी। कलश का विधिवत पूजन होगा। सभी देवी देवताओं और नौ ग्रहों की पूजा होगी। विधिवत होने वाली ये पूजा नौ दिनों तक जारी रहेगा।