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तुगलकाबाद विधानसभा सीट से लगातार तीन बार विधायक रह चुके हैं Ramesh Bidhuri, संसद में अमर्यादित भाषा के चलते हुई थी आलोचना

दिल्ली की तुगलाकाबाद विधानसभा सीट से लगातार तीन बार विधायक रहे रमेश बिधूड़ी वकील और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद हैं। वे पिछले साल लोकसभा में बसपा सांसद के खिलाफ असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करने के कारण सुर्खियों में आये थे। बिधूड़ी और उनका परिवार बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सक्रिय सदस्य रहे हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत शहीद भगत सिंह कॉलेज के निर्वाचित केंद्रीय पार्षद और दिल्ली विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद के सदस्य के रूप में की। उन्होंने दक्षिण दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से दो बार संसद सदस्य और तीन बार विधान सभा के सदस्य के रूप में कार्य किया ।
प्रारंभिक जीवन
भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी का जन्म 18 जुलाई 1961 दिल्ली में हुआ था। उन्होंने बीकॉम और एलएलबी की डिग्री ली है। उन्होंने अपने प्रोफेशन में वकील, किसान और सोशल वर्कर लिख रखा है। उन्होंने 2003 से 2008 तक भाजपा दिल्ली प्रदेश उपाध्यक्ष के रूप में काम किया। इसके बाद 2008 में वह दिल्ली के भाजपा दिल्ली प्रदेश महासचिव बनाए गए। वह 2003 से मई 2014 तक दिल्ली के विधायक भी रहे। 2014-2019 में लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए। विधूड़ी शहरी विकास संबंधी स्थायी समिति और पिछड़े वर्गों के कल्याण संबंधी समित के सदस्य भी रहे हैं।
राजनीतिक सफर
रमेश बिधूड़ी ने दिल्ली विश्वविद्यालय के शहीद भगत सिंह कॉलेज से वाणिज्य स्नातक की डिग्री पूरी की और चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ से कानून की डिग्री पूरी की। 1993 से बिधूड़ी राजनीति में सक्रिय रहे हैं और कई धार्मिक और राजनीतिक संगठनों में पदों पर रहे हैं। 1996 में उन्होंने महरौली जिले के जिला महासचिव के रूप में काम किया और महासंघ की धर्म यात्रा के प्रदेश सचिव के रूप में कार्य किया। उन्होंने पार्टी में जिला अध्यक्ष भाजपा (1997-2003) और उपाध्यक्ष भाजपा दिल्ली प्रदेश (2003-2008) के रूप में भी कार्य किया। 2008 से उन्होंने भाजपा दिल्ली प्रदेश के महासचिव का पद संभाला है।
वह भाजपा में शामिल हो गए और तीन बार तुगलकाबाद से विधायक रहे। 2014 के भारतीय आम चुनाव में बिधूड़ी को भाजपा द्वारा दक्षिण दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार घोषित किया गया था और बाद में उन्होंने चुनाव जीता। वह वर्तमान में दक्षिण दिल्ली का प्रतिनिधित्व करने वाले सांसद हैं। 2019 में उन्होंने आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विजेंद्र सिंह को दक्षिण दिल्ली (लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र) के चुनावों में 54% से अधिक वोट हासिल करके हराया।
कई लोकसभा चुनाव जीतने के बाद बिधूड़ी की संपत्ति कई गुना बढ़ गई। उन पर कई भूमि अतिक्रमणों में शामिल होने का आरोप है, जिससे उनकी संपत्ति का मूल्यांकन 18 करोड़ से अधिक हो गया है और उन्हें जान से मारने की धमकियाँ भी दी गई हैं। AAP ने आधिकारिक तौर पर रमेश के खिलाफ उन मामलों को सूचीबद्ध किया था, जिनमें उन्हें 2015 में DDA की भूमि पर अतिक्रमण करते हुए पाया गया था
विवाद
21 सितंबर 2023 को संसद में चर्चा के दौरान बिधूड़ी ने बहुजन समाज पार्टी के सांसद कुंवर दानिश अली को आतंकवादी कहते हुए उनके खिलाफ गाली दी। इन टिप्पणियों की सांसदों और पार्टी लाइनों से ऊपर उठकर राजनीतिक नेताओं ने निंदा की। भाजपा ने उनकी टिप्पणी के लिए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया। हालांकि, स्पीकर ओम बिरला द्वारा उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। बाद में बिधूड़ी ने अपनी आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए खेद व्यक्त किया। 2015 में पांच महिला विपक्षी सांसदों ने तत्कालीन स्पीकर सुमित्रा महाजन को एक शिकायत में दक्षिण दिल्ली के भाजपा सांसद बिधूड़ी पर सदन में ‘अपमानजनक व्यवहार’ और अपमानजनक और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था। 
भाजपा सांसद रमेश विधूड़ी अपने विवादित बयानों के चलते अक्सर चर्चा में रहते हैं। कुछ समय पहले एक माता-पिता स्कूल की समस्या लेकर उनके पास पहुंचे थे तो बिधूड़ी ने कहा कि कि बच्चे पैदा क्यों किए फिर? बिधूड़ी का यह बयान काफी चर्चा में रहा था। इससे पहले बिधूड़ी ने एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि जहां भी मुसलमान अल्पसंख्यक होते हैं, वहां मानवाधिकार की बात होती है और जहां बहुमत में आ जाते हैं वहां खूनखराबा शुरू हो जाता है।

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