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Republic Day 2024: कर्तव्य पथ पर देश ने देखा नारी शक्ति का जलवा, दुनिया ने देखी भारत की ताकत

भारत के 75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर इस बार कर्तव्य पथ पर आत्मनिर्भरता, नारी शक्ति और विकसित भारत की झलक दिखाई दी। भारत में 26 जनवरी यानी शुक्रवार को देश अपना 75 वां गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है। गणतंत्र दिवस के मौके पर पहली बार कर्तव्य पथ पर नारी शक्ति का अद्भुत कौशल देखने को मिला। इस दौरान नारी शक्ति का अद्भुत और आदरणीय पराक्रमी कौशल देख पूरी दुनिया भौचक्की रह गई।
 
गणतंत्र दिवस की परेड में महिलाओं के शौर्य और झांकी को देखकर पूरा देश अचंभित रह गया। महिलाओं की ताकत को देख पूरा देश महिलाओं पर गर्व कर रहा है। बता दें की गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत द्रौपदी मुर्मू द्वारा कर्तव्य पथ पर ध्वजारोहण के साथ की गई। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रों भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्रौपदी मुर्मू और माइक्रो की अगुवाई की और उनका स्वागत किया। इस वर्ष गणतंत्र दिवस की परेड पर खास रही क्योंकि पहली बार नारी शक्ति का जलवा परेड में देखने को मिला। इस कार्यक्रम का आयोजन नारी शक्ति की थीम पर किया गया है। कार्यक्रम में चार MI-17 IV हेलीकॉप्टरों ने कर्तव्य पथ पर मौजूद दर्शकों पर फूलों की वर्षा की। 
 
तीनों सेनाओं के महिला दस्ता ने लिया हिस्सा
ये परेड काफी खास रही क्योंकि परेड में पहली बार तीनों ही सेनाओं के महिला दस्ता ने भी परेड में शिरकत की है। इस दौरान 15 महिला पायलट भी भारतीय वायुसेना के फ्लाइंग पास्ट का हिस्सा रही। वहीं महिला कर्मी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की टुकड़ियों में भी शामिल रहीं। 
 
झांकियों में दिखी नारी शक्ति की ताकत
सशस्त्र बलों की तीनों शाखाओं ने ‘नारी शक्ति’ और ‘आत्मनिर्भरता’ की विषय वस्तु पर आधारित अपनी झांकियों में अपनी संपत्तियों और भारत की बढ़ती सैन्य ताकत का प्रभावशाली प्रदर्शन किया। भारतीय नौसेना की झांकी में जहाज निर्माण में भारत की बढ़ती शक्ति को उजागर करते हुए स्वदेशी रूप से निर्मित विमान वाहक आईएनएस विक्रांत और अत्यधिक सक्षम एस्कॉर्ट पोत आईएनएस दिल्ली, आईएनएस कोलकाता और आईएनएस शिवालिक, एलसीए, एएलएच और कलवरी श्रेणी की पनडुब्बी को दर्शाया गया। नौसेना की झांकी की विषयवस्तु नारी शक्ति और आत्मनिर्भरता रही। गणतंत्र दिवस समारोह की एक आधिकारिक पुस्तिका में झांकी के बारे में कहा गया कि नौसेना द्वारा सभी भूमिकाओं और रैंक में महिलाओं का स्वागत करने की हालिया घोषणा वास्तव में प्रगतिशील भारत का प्रतीक है। 

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