पंजाब विधानसभा ने बृहस्पतिवार को एक प्रस्ताव पारित कर राज्य सरकार से सिफारिश की कि वह केंद्र सरकार से कहे कि अत्याधिक महंगी दवाइयों के जरिये लोगों को ‘लूटना’ बंद किया जाए।
पंजाब विधानसभा के बजट सत्र के दौरान मामला उठाते हुए कुछ विधायकों ने दवाई पर मुनाफे को सीमित करने का सुझाव दिया जबकि मुख्य रूप से विपक्षी सदस्यों ने राज्य में सरकारी स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूत करने की मांग की।
चमकौर साहिब से आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक डॉ. चरणजीत सिंह ने सदन में प्रस्ताव रखते हुए कहा कि अत्याधिक महंगी दवाइयां लोगों को लूट रही हैं और कई लोग महंगी दवाइयां खरीदने के लिए अपनी संपत्तियां बेचने को मजबूर हैं।
उन्होंने कहा कि न सिर्फ दवाई की दुकान वाले बल्कि कई जाने-माने अस्पताल दवाइयों को अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) से अधिक कीमत पर बेच रहे हैं।
विधायक ने कहा कि यह मामला पंजाब का नहीं बल्कि पूरे देश का है। कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने सुझाव दिया कि दवाओं पर मुनाफे की सीमा तय की जानी चाहिए।
पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने ई-फार्मेसी क्षेत्र पर कदाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से इसे नियंत्रित करने का आग्रह किया।