तेलंगाना विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली थी। कांग्रेस की ओर से अनुमुला रेवंत रेड्डी पार्टी विधायक दल का नेता चुना गया। रेवंत रेड्डी ने आज तेलंगाना के दूसरे मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस कार्यक्रम में कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, सांसद राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी भी शामिल हुए। कार्यक्रम हैदराबाद के लाल बहादुर स्टेडियम में हुआ।
इसे भी पढ़ें: नेहरू के रिकॉर्ड की बराबरी करने और राजीव गांधी के रिकॉर्ड को तोड़ने की दिशा में बढ़ रहे हैं मोदी
रेवंत रेड्डी तेलंगाना के पहले कांग्रेसी मुख्यमंत्री और 2014 में तत्कालीन आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद बने राज्य के दूसरे मुख्यमंत्री बने। शपथ ग्रहण समारोह में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उनके डिप्टी डीके शिवकुमार के अलावा हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी शामिल हुए। मधिरा विधानसभा क्षेत्र से जीतने वाले भट्टी विक्रमार्क मल्लू राज्य में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। मल्लू पिछली विधानसभा में कांग्रेस सीएलपी नेता थे। उत्तम कुमार रेड्डी, सी दामोदर राजनरसिम्हा, कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी और डी. श्रीधर बाबू ने तेलंगाना मंत्री के रूप में शपथ ली।
इसे भी पढ़ें: IAF Aircraft Crashes in Telangana | तेलंगाना में भारतीय वायु सेना का विमान दुर्घटनाग्रस्त, दो पायलट की मौके पर ही मौत | Video
रेड्डी को शक्तिशाली बीआरएस, जिसका तेलंगाना की राजनीति पर दबदबा था, और महत्वाकांक्षी भाजपा, जो विकल्प के रूप में उभरने के लिए कड़ी मेहनत कर रही थी, दोनों को चुनौती देकर तेलंगाना में कांग्रेस को सत्ता में लाने का श्रेय दिया जा रहा है। रेवंत रेड्डी ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत की थी। तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रेड्डी (56) भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) के मुखर आलोचक रहे हैं। वह प्राय: बीआरएस और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के राजनीतिक हमलों का शिकार रहे हैं।