कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा है कि सभी को एक साथ लाने की कोशिश की जानी चाहिए। पीएम मोदी की उन पर और गुर्जर समुदाय पर की गई टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि जाति की राजनीति या धार्मिक राजनीति लोकतंत्र के लिए स्वस्थ संकेत नहीं है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में आठ करोड़ लोग रहते हैं। जब सरकार बनती है तो सभी का समर्थन मिलता है- चाहे वह किसान हों, युवा हों, अगड़े हों या पिछड़े हों। सभी को एक साथ लाने का प्रयास किया जाना चाहिए।
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कांग्रेस के युवा नेता ने कहा कि मुझे लगता है कि जाति की राजनीति या धार्मिक राजनीति लोकतंत्र के लिए स्वस्थ संकेत नहीं है। हमें अगली पीढ़ी के लिए एक उदाहरण स्थापित करना चाहिए। लेकिन जब भी बीजेपी को लगता है कि वे लड़खड़ा रहे हैं और उन्हें बहुमत नहीं मिलने वाला है और वे हार जाएंगे, वे ध्यान भटकाने के लिए ऐसी बातें कहते हैं। लेकिन जनता सब समझती है। मुझे संतुष्टि है कि 3 दिसंबर को हमें अच्छे नतीजे मिलेंगे। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि भारत में लोकतंत्र परिपक्व हो गया है और मतदाता जागरूक हो गये हैं…जनता इतनी जागरूक हो गयी है कि अब हर कोई अपने फैसले पर भरोसा करता है।
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पायलट ने कहा कि कल राजस्थान में वोटिंग होगी। ये चुनाव बेहद अहम और दिलचस्प है…कांग्रेस के काम करने का तरीका लोगों को पसंद आ रहा है और बीजेपी की तमाम कोशिशों के बाद भी उनका चुनाव प्रचार अच्छा नहीं रहा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यदि कोई ‘लाडला’ बनने का प्रयास करता है तो उसे जनता का होना चाहिए। इसमें किसी अन्य मंत्री को ‘लाडला’ बनने की आवश्यकता नहीं है, यह सब त्याग, सेवा और जनता के साथ संबंध बनाने के बारे में है… बहुत कुछ कहा गया है और बहुत सारे आरोप लगाए गए हैं लेकिन मैंने अपना धैर्य नहीं खोने की कोशिश की और जनता के सामने हमेशा मर्यादित भाषा का प्रयोग करने का प्रयास किया…किसी को मेरी चिंता करने की जरूरत नहीं है, मेरी पार्टी और जनता मेरा ख्याल रखेगी।