पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बुधवार को केंद्र सरकार से मांग की कि वह पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) राष्ट्रीय परियोजना घोषित करे एवं इस मामले में राजनीति नहीं करे।
केंद्र द्वारा ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा नहीं दिए जाने पर पायलट ने यहां संवाददाताओं से कहा,‘‘ इसमें केंद्र सरकार की बदनीयत सामने आती है। प्रधानमंत्री दो बार इस परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की घोषणा कर चुके हैं। खुद राजस्थान आकर उन्होंने बोला था। अब जब राज्य सरकार ने काम करना चालू कर दिया तो अब इस प्रकार के भ्रम पैदा करने की कोई जरूरत नहीं है।’’
पायलट ने कहा, ‘‘अगर केंद्र सरकार की नीति नीयत साफ होती तो बहुत पहले हमारा सहयोग करते। मैं समझता हूं कि इसमें राजनीति नहीं करनी चाहिए। केंद्र सरकार इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित करे। इस मुद्दे पर राजनीति छोड़कर जनता की भलाई के लिए काम करना चाहिए।’’
ईआरसीपी राजस्थान के 13 जिलों में पेयजल एवं सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने की योजना है।
भारत-चीन सीमा पर विवाद के बारे में पूछे जाने पर पायलट ने कहा,‘‘उक्त घटना के पांच दिन बाद केंद्र सरकार का बयान आया है लेकिन उसमें भी वही बातें हैं जो मीडिया में आ चुकी। केंद्र सरकार को चाहिए कि वह इस मुद्दे पर विपक्ष को विश्वास में ले।’’
उन्होंने कहा,‘‘देश का एक एक नागरिक हमारी फौज के साथ खड़ा है,हमें अपने जवानों पर फक्र है। पूरा देश सरकार के साथ खड़ा है। लेकिन बिना पारदर्शिता लाए हम कैसे आगे बढ़ेंगे। सच्चाई के साथ केंद्र सरकार को चर्चा करनी चाहिए।’’
भारत जोड़ो यात्रा के बारे में पायलट ने कहा कि लोग उत्सुकता और ऊर्जा के साथ भारत जोड़ो यात्रा से जुड़ रहे हैं और देश में बढ़ती महंगाई, भ्रष्टाचार एवं बेरोजगारी जैसे सभी मुद्दों पर राहुल गांधी लोगों से बात कर रहे हैं। उनका दावा था कि राजस्थान में यात्रा को लोगों का अप्रत्याशित समर्थन मिल रहा है।